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नोएडा। पूरे देश में आई कोरोना लहर ने जहां एक तरफ लोगों को बीमारी से ग्रसित कर रखा था तो वहीं इसी के साथ कई लोग कुछ और भी समस्याओं का सामना कर रहे थे। कोरोना काल के दौरान लोगों के घरों में पारिवारिक विवाद के भी कई मामले सामने आए हैं। बता दें कि उत्तर प्रदेश में इन पारिवारिक विवाद को खत्म करने के लिए Family Dispute Resolution Clinic (एफडीआरसी) की शुरूआत की थी जिसके चलते कोरोना काल में हुए पारिवारिक विवाद में कुल 168 जोड़ों के रिश्ते को टूटने से बचाया गया है। दरअसल कोरोना काल के दौरान घरेलू हिंसा की बढ़ती समस्याओं को कम करने के लिए एफडीआरसी का गठन किया गया था, जिसके चलते पुलिस की टीम ने कई पारिवारिक मामलों का निपटारा किया है।
पुलिस कमिश्नर आलोक कुमार से जब इस मामले में पूछा गया तो उन्होंने बताया कि कोरोना संक्रमण की पहली लहर के दौरान पारिवारिक विवादों के कई मामले सामने आए थे। बता दें कि एफडीआरसी ने इस दौरान पारिवारिक विवाद, घरेलू हिंसा, लिव इन रिलेशनशिप आदि की आने वाली शिकायतों को विशेषज्ञों और पुलिस की संयुक्त टीम ने मिलकर हल कराया हैं।बीते एक साल में अलग-अलग थानों में इस तरह के कुल 188 मामले सामने आए थे जिनको फैमिली डिस्प्यूट सेंटर पर रेफर किया गया था, इन मामलो में 168 कपल संतुष्ट हुए हैं।
कमिश्नर आलोक कुमार बताया ने बताया कि विशेषज्ञों की टीम के कार्य करने का तरीका बताते हुए कहा कि पहले टीम पति-पत्नी के बीच हुए विवाद को ध्यानपूर्वक सुनती है। जिसके बाद उनकी काउंसिलिंग की जाती है, ताकि परिवार को उजड़ने से बचाया जा सके। इस पूरी काउंसलिंग के दौरान परिवार के अन्य सदस्य और उनके वकीलों को पूरी तरह से दूर रखा जाता है। दो लोगों के बीच हुए विवाद को अच्छे से समझ कर सुलाझाया जाता है। पुलिस द्वारा इस कार्य के एक साल पूरा होने पर केक काट कर इस सफलता का जश्न मनाया गया।
Published on:
11 Jul 2021 04:32 pm
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