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ये है करोड़पति, फिर भी करता है चौकीदारी का काम, वजह जान उड़ जाएंगे होश

Noida Authority : नोएडा प्राधिकरण के करोड़पति चौकीदार (Millionaire Watchman) नितिन राठी पर बर्खास्तगी की तलवार लटक गई है। नितिन राठी (Nitin Rayhi) ने 47 लोगों को प्लॉट और फ्लैट आवंटन के फर्जी अलॉटमेंट लेटर देकर अवैध रूप से करोड़ों की कमाई की है। घोटाले (Scam) की जांच में दोषी पाए जाने के बाद उसे नोटिस भेजा गया है। नोटिस का सही जवाब नहीं मिलने पर उसे बर्खास्त किया जा सकता है।

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नोएडा

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lokesh verma

Feb 25, 2022

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Noida Authority : नोएडा प्राधिकरण में चौकीदार के पद पर तैनात करोड़ों का घोटाला (Scam) करने वाले कराेड़पति चौकीदार (Millionaire Watchman) नितिन राठी पर अब बर्खास्तगी की तलवार लटक गई है। प्राधिकरण की जांच में उसे दोषी पाए जाने के बाद नोटिस जारी किया गया है। नोटिस का 15 दिनों के अंदर जवाब देना है। जवाब संतोषजनक नहीं होने पर उसे पद से बर्खास्त करने संस्तुति शासन से की जाएगी। जानकारी के अनुसार नितिन राठी (Nitin Rathi) ने 47 लोगों को प्लॉट और फ्लैट आवंटन के फर्जी अलॉटमेंट लेटर देकर अवैध रूप से करोड़ों की कमाई की थी। शिकायत मिलने के बाद मामले की जांच की गई तो सभी आरोप सही पाए गए। अब उसके बाद यह नोटिस जारी किया गया है।

दरअसल, नितिन राठी को नोएडा प्राधिकरण में चौकीदार की नौकरी उसके पिता उदयवीर राठी की मौत के बाद 2010 में अनुकंपा के आधार पर मिली थी। नितिन राठी को नोएडा स्टेडियम में खेल प्रकोष्ठ में तैनाती दी गई थी। नोएडा प्राधिकरण ने 2015 से पहले कैंसिल प्लॉट और लेफ्ट आउट फ्लैट की आवासीय स्कीमें निकाली थी। जब लोग इसके लिए आवेदन पत्र भर रहे थे, तब नितिन राठी ने लोगों से संपर्क करना शुरू कर दिया और उनसे कहा कि उसकी ऊपर तक पहचान है। यदि रुपये खर्च करो तो वह आवंटन करा सकता है।

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रजिस्ट्री कराने के समय खुली पोल

ड्रॉ होने पर नितिन राठी ने लोगों को झांसा देते हुए कहा कि कुछ प्लॉट और फ्लैट बचाकर रख लिए गए हैं। साथ ही कुछ ऐसे भी प्लॉट या फ्लैट होते हैं, जिनका किसी न किसी कारण से आवंटन निरस्त हो जाता है। नितिन राठी उन्हीं प्लॉट या फ्लैट के फर्जी कागजात थमाकर लोगों से रुपये ले लेता था और प्राधिकरण में भी किस्त के रूप में कुछ रकम जमा करा देता था। चूंकि लोगों को आवंटन पत्र मिल जाता था। प्राधिकरण में पैसा भी जमा हो रहा था, इसलिए उन्हें खुद के ठगे जाने का शक भी नहीं हुआ। ऐसे में जब रजिस्ट्री कराने का समय आया तो पूरे मामले की पोल खुली और हंगामा शुरू हुआ।

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घोटाले में शामिल थे बड़े अधिकारी!

मामले की शिकायत प्राधिकरण अधिकारियों के पास पहुंची। इसी दौरान राठी के खिलाफ तमाम लोगों ने शिकायत दर्ज कराई थी, जिसमें किस तरह से उसने लोगों से ठगी की, उसके साक्ष्य तक प्रस्तुत किए गए थे। प्राधिकरण की जांच में उसे दोषी पाए जाने के बाद नोटिस जारी किया गया है। सूत्रों के अनुसार, इस घोटाले में बड़े अधिकारी भी शामिल थे, जो नितिन की आड़ में यह खेल खेल रहे थे और जब खुलासा हुआ तो नितिन को ही बलि का बकरा बना दिया गया।