ट्रायल के दौरान 181 कि.मी की रफ्तार से पटरी पर दौड़ रही टी-18 ट्रेन पर किसी ने पथराव कर दिया। जिससे ट्रेन का शीशा टूट गया।
181 km की रफ्तार से दौड़ रही देश की पहली ‘सेमी बुलेट’ ट्रेन पर फेंका पत्थर तो दिखा ऐसा नजारा
नोएडा। देश में बुलेट ट्रेन चलाने की बात पीएम मोदी कह चुके हैं। हालांकि इससे पहले मोदी सरकार ने देश में निर्मित पहली सेमी हाई स्पीड ट्रेन टी-18 (ट्रेन-18 ) पटरी पर उतार दी है। जिसे सबसे पहले मुरादाबाद की पटरियों पर ट्रायल के लिए दौड़ाया गया। पूरी तरह से सुविधाओं से लैस इस ट्रेन को कई लोग सेमी बुलेट ट्रेन भी बता रहे हैं। रेलवे का दावा है कि यह ट्रेन ट्रैक पर 200 कि.मी की रफ्तार से दौड़ेगी।
वहीं ट्रायल के दौरान 181 कि.मी की रफ्तार से पटरी पर दौड़ रही टी-18 ट्रेन पर किसी ने पथराव कर दिया। जिससे ट्रेन का शीशा टूट गया। दरअसल, ट्रेन दिल्ली के सफदरजंग रेलवे स्टेशन से गुरुवार को दोपहर 12:15 पर रवाना होकर करीब 2:18 पर आगरा कैंट पहुंची। इस दौरान ट्रेन की रफ्तार 180 कि.मी प्रति घंटे की रही। तभी अज्ञात लोगों ने ट्रेन पर पथराव कर दिया। जिसमें खिड़कियों के शीशे टूट गए।
कोच फैक्ट्री के जीएम ने किया ट्वीट इस बाबत इंटीग्रल कोच फैक्ट्री के जीएम ने एक ट्वीट में फोटो के साथ इसकी जानकारी साझा की। ट्वीट में उन्होंने कहा कि दिल्ली आगरा के बीच ट्रेन-18 ने ट्रायल के दौरान अधिकतम रफ्तार 181 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार भरी। इस बीच अज्ञात लोगों ने ट्रेन पर पथराव कर दिया। जिससे खिड़कियों के शीशे टूट गए।
100 करोड़ में तैयार हुई ट्रेन 18 गौरतलब है कि ट्रेन 18 का निर्माण आइसीएफ चेन्नई ने करीब 100 करोड़ रुपये की लागत से किया है। यह भारत की सबसे तेज ट्रेन बन गई है। इसमें दो विशेष डिब्बे होंगे जिसमें 52-52 सीटें होंगी और बाकि डिब्बों में 78-78 सीटें होंगी। यात्रियों के लिए ट्रेन में वाईफाई, जीपीएस आधारित सूचना प्रणाली (इसके माध्यम से यात्री ड्राइवर से बात कर सकेंगे), एलईडी लाइटिंग, मोबाइल चार्जिग प्वाइंट मॉड्यूलर बायो वॉक्यूम टॉयलेट और तापमान नियंत्रण प्रणाली दी गई है।