
PM Modi Letter to Imran Khan: पाक मीडिया का झूठा दावा, बातचीत के लिए तैयार है भारत
इस्लामाबाद। भारत-पाकिस्तान के बीच तनाव पूर्ण माहौल के बाद अब एक बड़ी खबर सामने आई है। पाकिस्तान ? मीडिया ने झूठा दावा किया है कि भारत पाकिस्तान के साथ बातचीत करने के लिए तैयार है। दरअसल, गुरुवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ( PM Narendra Modi ) ने इमरान खान ( Imran Khan ) को एक चिट्ठी लिखी है जिसमें कहा गया है कि आतंकवाद पर लगाम लगाए बिना वार्ता शुरू नहीं हो सकती है।
इस चिट्ठी को आधार बनाकर पाकिस्तान के कई मीडिया हाउसेस ने दावा किया है कि पाकिस्तान सरकार को भारत की ओर से सकारात्मक प्रतिक्रिया मिली है और वह आगे बातचीत के लिए तैयार है।
पाक मीडिया का दावा है कि पाकिस्तान विदेश कार्यालय के एक सूत्र ने गुरुवार को कहा कि भारत ने वार्ता के लिए पाकिस्तान की पेशकश का सकारात्मक जवाब दिया है। यह भारतीय प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी और विदेश मंत्री सुब्रह्मण्यम जयशंकर ( S. Jaishankar ) की ओर से बधाई संदेश के जवाब में पाकिस्तानी समकक्षों को लिखे पत्र में कहा गया है।
लेटर डिप्लोमेसी
प्रधानमंत्री इमरान खान ने लोकसभा चुनाव में प्रचंड जीत के बाद दूसरे कार्यकाल के लिए पीएम बनने पर नरेंद्र मोदी को बधाई दी थी। इमरान खान ने ट्वीट करते हुए कहा था कि वे साथ मिलकर काम करना चाहते हैं और दक्षिण एशियाई देशों में विकास व शांति के लिए आगे बढ़ना चाहते हैं। इस पर पीएम मोदी ने इमरान खान को जवाब देते कहा था कि पहले आतंकवाद को खत्म करें।
इससे पहले पाकिस्तान राष्ट्रीय दिवस पर पीएम मोदी ने इमरान खान को पत्र लिखकर पाकिस्तानी नागरिकों और सरकार को बधाई दी थी। उसे बाद जवाबी पत्र में इमरान खान ने लिखा था कि पाकिस्तान विवादित कश्मीर क्षेत्र सहित सभी समस्याओं के समाधान की इच्छा रखता है।
हाल ही में जब एस.जयशंकर विदेश मंत्री बने तो पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने पत्र लिखकर उन्हें बधाई दी थी।
बातचीत के लिए तैयार भारत-पाकिस्तान?
सूत्रों के अनुसार, पाकिस्तान ने विवादित कश्मीर क्षेत्र सहित सभी समस्याओं के समाधान पर बातचीत की पेशकश की थी। जवाब में भारतीय पीएम मोदी और उनके विदेश मंत्री ने अपने पत्रों में पाकिस्तान के साथ शांति वार्ता के प्रस्ताव पर सकारात्मक प्रतिक्रिया दी।
पत्र में आगे कहा गया है कि भारत दोनों देशों के बीच एक व्यापक और ठोस बातचीत करने के लिए तैयार था। भारत क्षेत्र के सभी देशों के साथ शांति और विकास का संबंध चाहता है। भारत ने हमेशा लोगों के विकास को प्राथमिकता दी है और इस प्रयास को पाकिस्तान ने भी सराहा है।
इसके अलावा, पत्र में यह भी कहा गया है कि भारत पाकिस्तान और अन्य देशों के साथ बातचीत में आतंकवाद पर विशेष ध्यान देने के लिए तैयार है। अब सूत्रों ने कहा कि पीएम इमरान और कुरैशी जल्द ही अपने समकक्षों के पत्र का जवाब देंगे।
SCO सम्मलेन में मोदी-इमरान की मुलाकात
बीते दिनों 13 व 14 जून को किर्गिस्तान की राजधानी बिश्केक में आयोजित शंघाई शिखर सम्मेलन में पीएम मोदी और इमरान खान के बीच अनौपचारिक तौर पर सामान्य अभिवादन हुआ था।
उस समय भी पाकिस्तान के विदेशमंत्री शाह महमूद कुरैशी ने दावा किया था कि दोनों नेताओं के बीच मुलाकात हुई है। उन्होंने कहा था कि बहुत जल्द ही भारत-पाक के बीच वार्ता शुरू होने की संभावना है।
इमरान खान लगातार भारत के साथ बातचीत शुरू करने के लिए पहल कर रहे हैं। लेकिन भारत ने हर बार साफ कर दिया है कि आतंकवाद और बातचीत साथ-साथ नहीं चल सकते है।
भारत ने किया खंडन
पाकिस्तान मीडिया के दावे का खंडन करते हुए विदेश मंत्रालय ने कहा है कि भारत के कूटनीतिक अभ्यास के अनुसार, पीएम और MEA ने पाक में अपने समकक्षों से प्राप्त बधाई संदेशों का जवाब दिया है।
अपने संदेशों में उन्होंने इस बात पर प्रकाश डाला है कि भारत सभी पड़ोसियों पाक के साथ सामान्य और सहकारी संबंध चाहता है।
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Updated on:
21 Jun 2019 12:48 pm
Published on:
20 Jun 2019 01:17 pm
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