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अमरीका ने NASA के मंगल 2020 हेलीकॉप्टर मिशन में योगदान के लिए पाकिस्तानी इंजीनियर को दी मान्यता

इनजेनिटी हेलीकॉप्टर के रूप में जाने जाने वाले नासा के मंगल 2020 हेलीकॉप्टर मिशन में बतौर सॉफ्टवेयर इंजीनियर योगदान देने वाले पाकिस्तान के अहमद अवैस को अमरीका ने मान्यता दी है।

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US recognizes Pakistani engineer Ahmad Awais for contributing to NASA's Mars 2020 helicopter mission

वाशिंगटन। पाकिस्तान अक्सर दुनियाभर में होने वाली आतंकी गतिविधियों से संबंधित खबरों को लेकर चर्चा में बना रहता है, लेकिन अब पाकिस्तान के लिए एक खुशी की खबर सामने आई है। दरअसल, अमरीका ने अपनी अंतरिक्ष एजेंसी नासा के मंगल 2020 हेलीकॉप्टर मिशन में सॉफ्टवेयर इंजीनियर के तौर पर योगदान देने को लेकर पाकिस्तानी इंजीनियर को मान्यता दी है।

अमरीका ने बतौर सॉफ्टवेयर इंजीनियर इस मिशन में योगदान देने के लिए पाकिस्तान के अहमद अवैस को मान्यता दी है। बता दें, नासा के मंगल 2020 हेलीकॉप्टर मिशन को इनजेनिटी हेलीकॉप्टर के रूप में भी जाना जाता है।

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इस संबंध में इस्लामाबाद स्थित अमरीकी दूतावास ने एक ट्वीट करते हुए ये जानकारी दी है। अमरीकी दूतावास ने ट्वीट करते हुए लिखा "पाकिस्तानी डेवलपर्स वास्तव में दुनिया में अपनी पहचान बना रहे हैं। क्या आप एक पाकिस्तानी पुरस्कार विजेता ओपन-सोर्स इंजीनियर अहमद अवैस को जानते हैं, जिन्होंने मार्स 2020 हेलीकॉप्टर मिशन के लिए सॉफ्टवेयर में योगदान दिया, जिसे नासा के इनजेनिटी हेलीकॉप्टर के रूप में भी जाना जाता है?"

मालूम हो कि अभी हाल ही में अप्रैल में अहमद अवैस को Gold GitHub Stars अवार्ड मिला है, जो कि संपूर्ण प्रौद्योगिकी पारिस्थितिकी तंत्र में सबसे प्रतिष्ठित पुरस्कारों में से एक है। TechJuice की रिपोर्ट के अनुसार, उन्हें दुनिया भर के 60 मिलियन डेवलपर्स में से चुना गया है।

अप्रैल में मंगल ग्रह पर हेलीकॉप्टर ने भरी थी उड़ान

आपको बता दें कि इस साल अप्रैल में नासा के इनजेनिटी रोटरक्राफ्ट ने इतिहास रच दिया, जब उसने मंगल ग्रह पर अपनी पहली नियंत्रित, संचालित उड़ान पूरी की। इनजेनिटी रोटरक्राफ्ट पिछले साल 30 जुलाई को रोवर परसेवरेंस के अंदर मंगल के जेजेरो क्रेटर पर उतरता था। इस साल अप्रैल में रोवर ने हेलिकॉप्टर को सूरज की रोशनी सोखने और उसकी बैटरी चार्ज करने के लिए फ्री कर दिया था।

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मास्टकैम-जेड-इंस्ट्रूमेंट (कैमरा) ने एक वीडियो तैयार किया जिसे नासा के वैज्ञानिकों द्वारा 3-डी में प्रस्तुत किया गया है। बयान में कहा गया है "जब नासा के इनजेनिटी मार्स हेलीकॉप्टर ने 25 अप्रैल को अपनी तीसरी उड़ान में मंगल ग्रह के आसमान पर उड़ान भरी, तो ऐतिहासिक क्षण को पकड़ने के लिए एजेंसी का यह रोवर वहां मौजूद था। अब नासा के इंजीनियरों ने उड़ान को 3 डी में प्रस्तुत किया है।"

एजेंसी ने कहा है कि रोवर का मुख्य मिशन प्राचीन रोगाणुओं के जीवाश्मों का शिकार करना है। मास्टकैम-जेड ने ग्रह पर चट्टानों की छवियों को कैप्चर किया, जिसे नासा की जेट प्रोपल्शन लेबोरेटरी (जेपीएल), कैलिफ़ोर्निया की टीम ज्वालामुखी गतिविधि द्वारा गठित तलछटी, आग्नेय या गठित के रूप में जांचने और वर्गीकृत करने का प्रयास कर रही है। जेपीएल में हेलीकॉप्टर के प्रोजेक्ट मैनेजर मिमी आंग ने कहा, "यह पहली बार है जब हमने कैमरे के लिए लंबी दूरी पर चलने वाले एल्गोरिदम को देखा है। आप इसे एक परीक्षण कक्ष के अंदर नहीं कर सकते।"