Rajasthan News: राइजिंग राजस्थान से पाली के कृषि आधारित उद्योगों में दमक आने वाली है। कृषि मंडी समिति की ओर से ही जिले में 2006 करोड़ रुपए के 53 एमओयू किए है।
इनमें से अभी तक नौ प्लांट शुरू होने से 68 करोड़ के एमओयू धरातल पर उतर गए है। जिससे 1000 युवाओं को रोजगार मिला है। इन सभी एमओयू के धरातल पर उतरने के बाद 3000 से अधिक लोगों को रोजगार मिलेगा। जिले में अनाज साफ करने, ऑइल मिल, हर्बल प्रोडक्ट आदि के प्लांट लगे है। वहीं खिंचिया बनाने का एक उद्योग पाली के नया गांव व मेहंदी का उद्योग सोजत में लगाने की तैयारी चल रही है।
ऑइल मिल : जिले के रानी, फालना व सुमेरपुर में 6 ऑइल मिल शुरू।
गेहूं व अनाज: गेहूं व अनाज को साफ करने के लिए पाली शहर के नया गांव में प्रोजेक्ट शुरू किया है।
मेहंदी प्रोडक्ट: सोजत सिटी में हर्बल व कॉस्मेटिक मेहंदी प्रोडक्ट प्लांट।
दूध संग्रहण: बागावास में दूध का संग्रहण और उसे शीतल रखने का प्लांट बनाया है।
कृषि आधारित उद्योग राइजिंग राजस्थान के तहत लगाने पर निवेशकों को कई लाभ मिल रहे है। उनको भूमि रूपांतरण के लिए चक्कर नहीं लगाने पड़ रहे। स्वयं की भूमि नहीं होने पर कृषि मंडी में आवेदन करने पर उसके लिए भूमि की व्यवस्था करवाई जा रही है। इसके अलावा बिजली व पानी के कनेक्शन आदि के लिए निवेशकों को कार्यालय जाने की जरूरत नहीं है। वे तय समय सीमा में पूरा करने है। निवेशक के आवेदन के बाद मंडी की ओर से रोजाना उसका फोलोअप किया जा रहा है।
राजइजिंग राजस्थान के तहत कृषि आधारित उद्योग लगाने पर निवेशकों के कार्य तेजी से हो रहे है। खुद की भूमि होने पर उसका व्यवसायिक रूपांतरण जल्दी किया जा रहा है। जिससे वे उद्योग लगा सके। सभी कार्य भी ऑनलाइन पूरे किए जा रहे है।
भागीरथ प्रजापत, सचिव, कृषि मंडी, पाली
Updated on:
23 Jun 2025 11:22 am
Published on:
23 Jun 2025 11:09 am