पुलिस मुख्यालय के निर्देश पर महिलाओं की सुरक्षा के लिए महिला गश्ती दल युनिट स्थापित की। इसके तहत शनिवार को कोतवाली थाने को तीन, औद्योगिक व ट्रांसपोर्ट नगर थाने को एक-एक स्कूटी आवंटित की गई। अभया स्क्वॉड के नाम से इसे संचालित किया जा रहा है। प्रत्येक स्कूटी पर दो-दो महिला कांस्टेबल वायरलैस सेट के साथ गश्त करेगी।
कॉलेज-स्कूलों व बाजारों में गश्त
यह दल बाल वाहिनी, बसों, टेक्सी, टेम्पो द्वारा छात्राओं को स्कूल, कॉलेज, कोचिंग सेन्टर एवं महिलाओं के बाजार आने जाने के दौरान उनकी सुरक्षा पर निगरानी रखेगी। इसके साथ ही वाहनों में क्षमता से अधिक छात्राएं नहीं बिठाने एवं उनकी इनकी सुरक्षा के लिए समुचित उपाय करेगी। किसी के साथ असामाजिक तत्वों द्वारा कोई अनहोनी होने की सूचना पर तुरंत मौके पर पहुंचेगी तथा संबंधित थानाप्रभारी को घटना की सूचना देगी।
यह दल बाल वाहिनी, बसों, टेक्सी, टेम्पो द्वारा छात्राओं को स्कूल, कॉलेज, कोचिंग सेन्टर एवं महिलाओं के बाजार आने जाने के दौरान उनकी सुरक्षा पर निगरानी रखेगी। इसके साथ ही वाहनों में क्षमता से अधिक छात्राएं नहीं बिठाने एवं उनकी इनकी सुरक्षा के लिए समुचित उपाय करेगी। किसी के साथ असामाजिक तत्वों द्वारा कोई अनहोनी होने की सूचना पर तुरंत मौके पर पहुंचेगी तथा संबंधित थानाप्रभारी को घटना की सूचना देगी।
राजस्थान पत्रिका ने उठाया था मुद्दा
राजस्थान पत्रिका की ओर से युवा दिवस पर आयोजित छात्र संसद में गल्र्स कॉलेज की कुछ छात्रों ने मुद्दा उठाया था कि कॉलेज से पैदल निकलती है तो रास्ते में मनचले गलत कमेंट तक करते है। इसको लेकर छात्राओं ने कॉलेज से नए बस स्टैंड तक बस सेवा शुरू करने या गश्त दल लगाने की मांग की थी। अभया स्क्वॉड दल की मॉनिटरिंग अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक ज्योतिस्वरूप शर्मा, शहर वृत्ताधिकारी करेंगे।
राजस्थान पत्रिका की ओर से युवा दिवस पर आयोजित छात्र संसद में गल्र्स कॉलेज की कुछ छात्रों ने मुद्दा उठाया था कि कॉलेज से पैदल निकलती है तो रास्ते में मनचले गलत कमेंट तक करते है। इसको लेकर छात्राओं ने कॉलेज से नए बस स्टैंड तक बस सेवा शुरू करने या गश्त दल लगाने की मांग की थी। अभया स्क्वॉड दल की मॉनिटरिंग अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक ज्योतिस्वरूप शर्मा, शहर वृत्ताधिकारी करेंगे।
महिलाओं व बालिकाओं को मिलेगी तुरंत सुरक्षा
अक्सर देखा जाता है कि मेले या भीड़भाड़ वाले क्षेत्र में महिलाओं से मनचले जानबुझ कर टकरा जाते है। लेकिन वे कुछ नहीं कर पाती है। इसके साथ ही कॉलेज, स्कूलों के बाहर भी मनचलों का डेरा रहता है। जो अकेली छात्रा को देख कर उन पर गलत कमेंट तक करते है। शहर महिलाओं का जहां ज्यादा आना-जाना है और कॉलेज व स्कूलों के बाहर महिला कांस्टेबल नियमित गश्त करेगी। जिससे ऐसे मनचलों में भय व्याप्त होगा। जिससे महिलाओं व बालिकाओं के साथ होने वाली किसी भी तरह की हरकत को रोका जा सकेगा।
– आनंद शर्मा, पुलिस अधीक्षक पाली
अक्सर देखा जाता है कि मेले या भीड़भाड़ वाले क्षेत्र में महिलाओं से मनचले जानबुझ कर टकरा जाते है। लेकिन वे कुछ नहीं कर पाती है। इसके साथ ही कॉलेज, स्कूलों के बाहर भी मनचलों का डेरा रहता है। जो अकेली छात्रा को देख कर उन पर गलत कमेंट तक करते है। शहर महिलाओं का जहां ज्यादा आना-जाना है और कॉलेज व स्कूलों के बाहर महिला कांस्टेबल नियमित गश्त करेगी। जिससे ऐसे मनचलों में भय व्याप्त होगा। जिससे महिलाओं व बालिकाओं के साथ होने वाली किसी भी तरह की हरकत को रोका जा सकेगा।
– आनंद शर्मा, पुलिस अधीक्षक पाली