ये वजह जिस कारण अंतिम दौर में ये टिकट पाने में सफल रहे महावीरसिंह राजपुरोहित – कांग्रेस के स्थानीय बड़े नेताओं की फूट के कारण युवा ही एकमात्र विकल्प। युवाओं को जोडऩे का संदेश भी दिया। किसानों को संतुष्ट करना और जातिगत संतुलन साधने का प्रयास।
रंजू रामावत – बीना काक का टिकट काटकर महिला को ही प्रत्याशी बनाया। महिलाओं को आगे बढ़ाने का संदेश। राहुल गांधी की सिफारिश पर टिकट मिला। शिक्षित और युवा चेहरे को मौका।
दिलीप चौधरी – कांग्रेस के लिए जातिगत समीकरणों में मजबूत चेहरा। अनुभवी चेहरे के तौर पर टिकट मिला। स्थानीय स्तर पर भी मजबूत पकड़।
उम्मेदसिंह चांपावत – लोकसभा चुनाव के मुद्देनजर एनसीपी से समझौता किया गया। चांपावत ने एनसीपी से दावेदारी की। कांग्रेस का अपना राजपूत कोटा भी यहां समाहित कर दिया।
जोराराम कुमावत – मदन राठौड़ का टिकट काटकर उन्हीं के फॉलोअर जोराराम को उतारा। सुरेन्द्र गोयल के बागी होने से जातिगत संतुलन बनाने का प्रयास। पड़ौसी जिला सिरोही में कांग्रेस के कुमावत कार्ड की काट में मोहर लगाई।
रंजू रामावत – बीना काक का टिकट काटकर महिला को ही प्रत्याशी बनाया। महिलाओं को आगे बढ़ाने का संदेश। राहुल गांधी की सिफारिश पर टिकट मिला। शिक्षित और युवा चेहरे को मौका।
दिलीप चौधरी – कांग्रेस के लिए जातिगत समीकरणों में मजबूत चेहरा। अनुभवी चेहरे के तौर पर टिकट मिला। स्थानीय स्तर पर भी मजबूत पकड़।
उम्मेदसिंह चांपावत – लोकसभा चुनाव के मुद्देनजर एनसीपी से समझौता किया गया। चांपावत ने एनसीपी से दावेदारी की। कांग्रेस का अपना राजपूत कोटा भी यहां समाहित कर दिया।
जोराराम कुमावत – मदन राठौड़ का टिकट काटकर उन्हीं के फॉलोअर जोराराम को उतारा। सुरेन्द्र गोयल के बागी होने से जातिगत संतुलन बनाने का प्रयास। पड़ौसी जिला सिरोही में कांग्रेस के कुमावत कार्ड की काट में मोहर लगाई।
जैतारण से सुमेरपुर तक बगावत का झंडा बुलंद पाली . टिकट नहीं मिलने से यहां कांग्रेस में फिर बगावत का झंडा बुलंद हो गया है। पूर्व विधायक भीमराज भाटी और पूर्व सभापति प्रदीप हिंगड़ ने चुनाव लडऩे का ऐलान किया। दोनों सोमवार को पर्चा भरेंगे। हिंगड़ समेत कई नेताओं ने पार्टी से त्याग पत्र दे दिया है।
जैतारण . भाजपा से बागी होकर सुरेन्द्र गोयल नामांकन दाखिल कर चुके हैं। यहां कांग्रेस के प्रदेश सचिव राजेश कुमावत भी निर्दलीय ताल ठोकने का ऐलान कर चुके हैं। उन्होंने कांग्रेस आलाकमान को अपना इस्तीफा भी भेज दिया है। भाजपा के एक अन्य नेता पुष्पेन्द्रसिंह कुडक़ी ने भी निर्दलीय नामांकन भरा है। सभी बागी नेताओं का खासा प्रभाव है।
जैतारण . भाजपा से बागी होकर सुरेन्द्र गोयल नामांकन दाखिल कर चुके हैं। यहां कांग्रेस के प्रदेश सचिव राजेश कुमावत भी निर्दलीय ताल ठोकने का ऐलान कर चुके हैं। उन्होंने कांग्रेस आलाकमान को अपना इस्तीफा भी भेज दिया है। भाजपा के एक अन्य नेता पुष्पेन्द्रसिंह कुडक़ी ने भी निर्दलीय नामांकन भरा है। सभी बागी नेताओं का खासा प्रभाव है।
मारवाड़ जंक्शन . पूर्व मंत्री और भाजपा नेता लक्ष्मीनारायण दवे, पूर्व विधायक और कांग्रेस नेता खुशवीरसिंह जोजावर निर्दलीय नामांकन दाखिल कर चुके हैं। दोनों नेताओं का जनाधार है।
सिरोही . कांग्रेस के नेता संयम लोढ़ा भी पार्टी के फैसले से नाखुश है। उन्होंने निर्दलीय ताल ठोकने का ऐलान कर दिया। यहां कांग्रेस ने जिलाध्यक्ष और नए चेहरे के रूप में जीवाराम आर्य को टिकट दिया है।
आहोर . पूर्व मंत्री भगराज चौधरी के बेटे और कांग्रेस प्रदेश सचिव जगदीश चौधरी ने टिकट नहीं मिलने से नाराज होकर निर्दलीय चुनाव लडऩे की घोषणा की है। निर्दलीय नामांकन भरा है।
सांचौर . भाजपा के पूर्व विधायक जीवाराम ने भी बगावत का झंडा उठा लिया है। उन्होंने टिकट नहीं मिलने से नाराज होकर निर्दलीय पर्चा भरा है।
सुमेरपुर – युवक कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष यशपालसिंह कुम्पावत ने भी बगावत पर उतरने के संकेत दिए हैं। सोमवार को सुमेरपुर विधानसभा क्षेत्र से निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में नामांकन दाखिल करने का एेलान किया।
कांग्रेस कार्यालय पर नारेबाजी, प्रत्याशी का विरोध
पाली. पाली विधानसभा से कांग्रेस से महावीर सिंह सुकरलाई को टिकट मिलने के बाद कई कार्यकर्ता कांग्रेस कार्यालय पहुंच गए। उन्होंने सुकरलाई के खिलाफ नारेबाजी की। इसके बाद प्रदीप हिंगड़ ने गांधी मूर्ति के निकट पत्रकारों से बातचीत मेंे कहा कि कांग्रेस ने टिकट वितरण में जैन समाज की उपेक्षा की है। कांग्रेस ने महावीर सिंह को टिकट दिया है, उनका कोई जनाधार नहीं है। जनता इसकी विरोध कर रही है। जनता के दबाव के कारण कांग्रेस से कई पदाधिकारियों ने इस्तीफा दिया है। वे सोमवार को निर्दलीय व कांग्रेस से दो नामांकन भरेंगे। उन्होंने कांग्रेस से बड़े नेताओं से पाली सीट के पुनर्विचार की मांग की। उनके साथ सुमित्रा जैन भी मौजूद थी।