गांव घोड़ावडं में वर्षों से पानी की शून्य आपूर्ति होने के बावजूद भी जवाई परियोजना के अधिकारियों ने रहमत नहीं दिखाई। हालांकि गांव में जवाई परियोजना के अधिकारियों ने पाइप लाइन बिछा दी गई है, लेकिन पानी से नही जोडऩे के कारण इस गर्मी के मौसम में विकट स्थिती उत्पन्न हो सकती है।्र
घोड़ावड़ का ओपनवेल मात्र 15 मिनट चलता है तथा एक ट्यूबवेल भी है, लेकिन उसमें भी खारा पानी है। पीने योग्य नहीं है। तालाब में सरकार द्वारा आरओ प्लांट लगाया, लेकिन वह भी लम्बे समय से बंद पड़ा है।
घोडावड़ में पानी की शून्य आपूर्ति है, लेकिन जवाई परियोजना में ऐसे गांवों में पानी पहुंचाने के लिए प्राथमिकता रखनी चाहिए, लेकिन प्रशासन द्वारा कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है। वर्ष 1985 में बने जीएलआर फूटे हुए हैं, उनमें पानी नहीं ठहर सकता है। इधर, जलदाय विभाग द्वारा खोदे गए ओपनवेल में भी पानी 15 मिनट में खत्म हो जाता है। आरओ. भी बंद पड़े हैं। -मंजू रावल, सरपंच, ग्राम पंचायत, घोड़ावड़