ब्यावर से अपने बेटे का पासपोर्ट रिन्यू कराने के लिए जयसिंह राजपुरोहित आए थे। उन्होंने खुद डाकघर आने के बजाय बेटे को आवेदन देकर आने को कह दिया। उनको सुबह 9.45 बजे आने का समय दिया था। तय समय पर पहुंचने पर भी उनके बेटे को लौटने को कह दिया गया। उसके बार-बार नहीं आने का कहने पर डांट लगा दी। इस पर उसने पिता को बुलाया तो राजपुरोहित ने पोस्टमास्टर से बात की। उन्होंने हंगामा होते देख पहले तो कार्मिक के बीमार होने की बात कही। इसके बाद सिरोही से कार्मिक बुलाने की और अंत में बीमार कार्मिक को बुलाकर कार्य करवाया।
पासपोर्ट कार्यालय में तीन कार्मिक लगे हुए है। इनमें से एक कार्मिक एक दिन पहले अचानक बीमार हो गया था। इस कारण यह समस्या आ रही थी। हमने बीमार कार्मिक को बुलाकर बाद में पासपोर्ट आवेदन का कार्य करवाया।