राजस्थान पत्रिका ने 8 मार्च को फ ोरलेन से सटे खेत मे चल रही शराब की अवैध दुकान, जिम्मेदार मौन शीर्षक से समाचार प्रकाशित कर मामले को उजागर किया। दुकानदार ये सुबह सात बजे ही केबिन में रखी शराब व फ्रिज को जीप में डाल वहां से कही और भेज दिया। केबिन पर ताला लगा इसे दूर अन्य एक खेत मे रखवा दी। सेंदड़ा पुलिस ने मौके पर पहुंच ग्रामीणों से पूछताछ की। ग्रामीणों ने बताया कि कई दिनों से वहां शराब की अवैध दुकान चल रही थी। पत्रिका में मामला उजागर होते ही दुकानदार दुकान खाली कर फ रार हो गया।
आबकारी सोती रही
जिला आबकारी अधिकारी गेमराराम सुथार ने एक दिन पहले दावा किया था कि वे जैतारण आबकारी अधिकारी मदनलाल गुर्जर को भेज दुकान सीज कराएंगे, लेकिन आबकारी ने कार्रवाई में रुचि नहीं दिखाई। इससे ग्रामीणों ने आबकारी अधिकारियों पर अवैध काराबोर को अनदेखी के रूप में बढ़ावा देने का आरोप लगाया।
जिला आबकारी अधिकारी गेमराराम सुथार ने एक दिन पहले दावा किया था कि वे जैतारण आबकारी अधिकारी मदनलाल गुर्जर को भेज दुकान सीज कराएंगे, लेकिन आबकारी ने कार्रवाई में रुचि नहीं दिखाई। इससे ग्रामीणों ने आबकारी अधिकारियों पर अवैध काराबोर को अनदेखी के रूप में बढ़ावा देने का आरोप लगाया।
फरार हो गया दुकानदार
हमने सुबह टीम भेज दी थी। टीम जब वहां पहुंची तो केबिन नहीं मिली। गांव वालों ने बताया पुलिस के आने से कुछ देर पहले ही दुकानदार जीप में शराब व फ्रिज डालकर ले गया। केबिन पर ताला लगा उसे दूर किसी अन्य खेत मे रख फ रार हो गया। दुकानदार की तलाश जारी है। -राजेश मीणा, थानाप्रभारी, सेंदड़ा
हमने सुबह टीम भेज दी थी। टीम जब वहां पहुंची तो केबिन नहीं मिली। गांव वालों ने बताया पुलिस के आने से कुछ देर पहले ही दुकानदार जीप में शराब व फ्रिज डालकर ले गया। केबिन पर ताला लगा उसे दूर किसी अन्य खेत मे रख फ रार हो गया। दुकानदार की तलाश जारी है। -राजेश मीणा, थानाप्रभारी, सेंदड़ा