दरअसल, प्रदेश के कानून व्यवस्था के पुलिस महानिदेशक एमएल लाठर ने राष्ट्रीय कैडट कोर के निदेशक को पत्र भेजकर प्रदेशभर में कफ्र्यू को प्रभावी ढग़ से लागू करने के लिए अत्यधिक पुलिस बल की आवश्यकता को ध्यान में रखते हुए एनसीसी सी सर्टिफिकेट प्राप्त कैडट से सेवाएं मांगी। इसके बाद फालना एसपीयू महाविद्यालय ने स्नातकोतर में अध्ययनरत एवं दुजाना निवासी दो बहने वर्षा एवं संगीता चौहान को अपने पैतृक गांव में ही सेवाएं देने के आदेश जारी किए।
संगीता एमए फाइनल कर रही है जबकि वर्षा एमकॉम प्रथम वर्ष की छात्रा है। दोनों गांव में 13 अप्रेल से लगातार सेवाएं दे रही है। वे प्रतिदिन आरएमजीबी में सोशल डिस्टेटिंग के साथ लाइन से खाताधारकों को बैंक में लेन-देन के लिए भेजती है। साथ ही मनरेगा में भी पंचायत समिति से प्राप्त मास्क बांटने एवं जनजागरुकता पैदा कर रही है।
ये रहता है समय
सुबह 9 बजे से लेकर दोपहर 2 बजे एवं शाम 4.30 बजे से लेकर 7.30 बजे तक नियमित रुप से सेवाएं दे रही है। उनके इस जब्बे को लेकर ग्रामीण भी सेल्यूट कर रहे है।
इनका कहना है…
एनसीसी सी कैड्टस एवं दुजाना निवासी इन बेटियों के इस सेवा के जज्बे से ग्रामीणों में जागरुकता आ रही है। ऐसी कैडट्स हर गांव में ऐसी ही सेवाएं दे। –ताराराम मेघवाल, पूर्व उप सरपंच, दुजाना।