रोजगारपरक मिलनी चाहिए शिक्षा शहरवासी विजयराज सोनी का कहना था कि ऐसा जनप्रतिनिधि चुनना चाहिए जो आमजन के सुख-दुख का भागीदार बने। ऐसा नहीं कि जीतने के बाद पांच वर्ष तक मुंह ही नहीं दिखाए। जनता को भी प्रलोभन में आए बिना सतर्क रहकर अच्छे व्यक्ति का चयन करना चाहिए। परमेश्वर जोशी बोले पाली में रोजगारपरक शिक्षण संस्थान खुलने चाहिए। बच्चों के मनोरंजन व घूमने आदि के लिए स्थान विकसित होने चाहिए। अभी सिर्फ लाखोटिया ही ऐसा स्थल है। यहां चिडिय़ाघर आदि बनने चाहिए।
यातायात की बड़ी समस्या शिक्षा से जुड़े अशोक जोशी का कहना था कि सीवरेज का कार्य कब पूरा होगा पता नहीं। आज तो हालात बहुत खराब है। भैरूघाट-पानी दरवाजा रोड से शाम के समय निकलना मुश्किल है। उसे वन-वे बनाकर भटवाड़ा से नया मार्ग बनाना चाहिए। रामसिंह गोहिल के अनुसार निजी व सरकारी शिक्षण संस्थाओं में भेदभाव होता है। पांचवीं व आठवीं बोर्ड में निजी स्कूल के बच्चों से शुल्क लिया जाता है। ऐसा भेदभाव समाप्त होना चाहिए। निजी स्कूल के बच्चों को भी सरकारी जैसी सुविधा मिलनी चाहिए।
प्रदूषण की समस्या होनी चाहिए समाप्त प्रदूषण की समस्या समाप्त होनी चाहिए। यह कहना था परमेश्वर शर्मा का। उन्होंने बताया कि पानी स्टोरेज का स्थान नहीं है। इसके बावजूद 24 घंटे पेयजल आपूर्ति की कवायद की जा रही है। पहले पानी की व्यवस्था होनी चाहिए। जयशंकर त्रिवेदी ने कहा कि जनता की भावना जानने के बाद गिने-चुने लोग मनमर्जी चलाते हैं। पाली में यूआइटी आई, लेकिन विकास आशानुरुप नहीं हुआ।
आमजन को होना होगा जागरूक शहरवासी राजेन्द्रसिंह का कहना था कि विकास के लिए आमजन को भी जागरूक होना चाहिए। उन्होंने सडक़ निर्माण के दौरान लोगों के सडक़ से गुजरने का उदाहरण देते हुए कहा कि विकास होने पर हमने सहयोग करना चाहिए। अतिक्रमण करने पर भी आमजन को दोषी ठहराया। हाउसिंग बोर्ड से मंडिया रोड तक मार्ग बनना चाहिए। सुदर्शनसिंह ने कहा कि लाखोटिया तालाब में पिलर वाला पुल बनना चाहिए। पानी की जगह नहीं पाटी जानी चाहिए। उन्होंने गांधी मूर्ति के पास भी रास्ता निकालने का विकल्प बताया। घुमटी से हाउसिंग बोर्ड तक मार्ग को ठीक करवाने की जरूरत बताई।
हर व्यवस्था बदहाल शहर में पानी, सडक़ सहित सभी व्यवस्थाएं बदहाल है। यह कहना था तृप्ति चतुर्वेदी का। उन्होंने कहा कि प्रदूषण की समस्या बड़ी है। यहां मनोरंजन के साधन भी नहीं है। स्वामी गोपालदास का कहना था कि बांडी नदी की सफाई होनी चाहिए। महाराणा प्रताप का म्यूजियम बनना चाहिए। अभी तक उनको उचित सम्मान नहीं मिला है। इस दौरान पवन पाण्डे के साथ कई लोग मौजूद थे।