ट्रीटमेंट प्लांट बंद टेक्सटाइल पार्क में 8 एमएलडी का ट्रीटमेंट प्लांट लगा है। जो टर्सरी तकनीक तक का है। यह प्लांट लम्बे समय से बंद है। ऐसे में पार्क में चल रही 11 इकाइयों से निकलने वाले पानी को आस-पास के खेतों में छोड़ा जा रहा था। ऐसा नहीं करने पर हौदियों में एकत्रित कर रख लिया गया। जो अब तक पड़ा है।
अधिकारियों का दावा – खुद बंद की थी इकाइयां पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड के अधिकारियों की माने तो टेक्सटाइल पार्क में ट्रीटमेंट प्लांट का अपग्रेडेशन का कार्य करवाया जाना था। इस कारण वहां के उद्यमियों ने खुद ही कुछ समय पहले इकाइयों को बंद कर दिया था। ऐसे में सवाल यह उठता है कि इकाइयां बंद थी तो हौदियों में प्रदूषित पानी कहां से आया।
खारड़ा बांध में जाएगा पानी
टेक्सटाइल पार्क में आदेश के बावजूद औद्योगिक इकाइयों का संचालन किया जा रहा है। यहां पहले किए निरीक्षण व आज की स्थिति में भी बदलाव नहीं आया है। यहां भरा पानी बरसात आने पर खारड़ा बांध में जाएगा। अब हमने उद्यमियों को आगामी आदेश तक फैक्ट्रियां नहीं चलाने को कहा है।
विरेन्द्रसिंह चौधरी, एडीएम, पाली जयपुर से मिले आदेश ट्रीटमेंट प्लांट बंद होने व हौदियों में प्रदूषित पानी भरा होने की जानकारी मिलते ही जयपुर से पार्क की इकाइयों को बंद करने के आदेश दे दिए गए थे। यह इकाइयां अब पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड की जांच और ट्रीटमेंट प्लांट शुरू होने के बाद ही शुरू की जा सकेगी।
अमित शर्मा, आरओ, पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड, पाली