दरअसल, 2009 में तत्कालीन मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के कार्यकाल में सरकार ने सीवर लाइन बिछाने का कार्य शुरू करवाया था। बीच में कभी बजट के अभाव में ठेकेदार ने काम रोक दिया था तो कभी सीवर लाइन बिछाने का कार्य कर रही कम्पनी ब्लेक लिस्ट हो गई। रही सही कसर गत दो वर्षों से जमकर हो रही बारिश ने पूरी कर दी। पिछले साल भी बारिश के दिनों में बाढ़ के हालात रहे थे। कई माह तक सीवर लाइन बिछाने का कार्य शुरू नहीं हो सका था।
पांच माह में पूरा करना है काम नवम्बर 2015 में सीवर लाइन बिछाने व पेयजल पाइप लाइन बिछाने का कार्य शुरू किया गया। इसे नवम्बर 2018 तक पूरा करना है। हकीकत यह है कि प्रथम चरण का कार्य भी पूरा नहीं हो पाया है। उसे तृतीय चरण में शामिल किया गया। करीब 496 करोड़ के इस प्रोजेक्ट में 508 किलोमीटर सीवर लाइन बिछाई जानी है। इसमें अभी तक 190 किलोमीटर तक ही बिछाई जा सकी है। पेयजल लाइन 650 किलोमीटर बिछाई जानी है, जिसमें 400 किलोमीटर तक ही बिछी है। पांच माह का समय शेष है। इसमें कम्पनी को शेष कार्य पूर्ण करना है। लेकिन, तय समय में कार्य पूरे होने पर संशय बरकरार है।
प्रथम चरण सीवरेज लाइन बिछाने की योजना के प्रथम चरण में 33.29 करोड़ की राशि स्वीकृत की गई थी। इसके तहत 91.89 किलोमीटर सीवर लाइन शहर में बिछाई जानी थी, लेकिन सीवरेज कार्य कर रही एपीआर कम्पनी किसी कारण से बीच में ही कार्य छोड़ चली गई। ऐसे में 40 किलोमीटर सीवरेज लाइन ही बिछाई जा सकी।
द्वितीय चरण प्रथम चरण का कार्य अधर में अटकने के बाद दूसरे चरण का कार्य चार मई को मण्डिया रोड कालूजी की बगीची पर किया गया था। द्वितीय चरण के कार्य के तहत आरयूआइडीपी ने जयपुर की जीसीकेसी प्रोजेक्ट एण्ड वर्क लिमिटेड कम्पनी को शेष सीवरेज कार्य को पूर्ण करने का 29 करोड़ 20 लाख 20 हजार 698 रुपए का कार्यादेश जारी किया था। जिसे कम्पनी को 19 अप्रेल 2016 तक पूरा करना है, लेकिन बजट के अभाव में प्रथम चरण के कार्य की तरह द्वितीय चरण का कार्य भी पिछले कुछ दिनों से अटका पड़ा है।
तृतीय चरण में सीवर कार्य प्रोजेक्ट – 496 करोड़
कार्य शुरू हुआ – नवम्बर 2015 पूरा होना है – नवम्बर 2018
सीवर लाइन – 408 किलोमीटर प्रगति – करीब 190 किलोमीटर तक बिछी
सीवर कनेक्शन – 2200 घरों को जोड़ा
पेयजल लाइन कार्य पेयजल लाइन -650 किलोमीटर पेयजल लाइन बिछी- करीब 400 किलोमीटर
पेयजल कनेक्शन – 6 हजार घरों तक सड़कों पर गटर बने कार्य में रोड़ा सीवर लाइन बिछाने का कार्य कर रही पहली कम्पनी ब्लेक लिस्ट हो गई तो दूसरी कंपनी को काम दिया गया। द्वितीय चरण का कार्य शुरू करवाने में भी कुछ वक्त लगा। यहां सड़कों पर गटर खोद रखे हैं। ऐसे में सीवर लाइन बिछाने में परेशानी का सामना करना पड़ा। पिछले दो वर्षों में बरसात के दौरान शहर में बाढ़ जैसी स्थिति हुई। इसके चलते भी काफी समय तक कार्य रुका रहा।
– के.के. अग्रवाल, एक्सइएन आरयूआईडीपी, पाली