बच्चों के रोन -चिल्लालने की आवाज पर पास ही खेतो में काम करने वाले लोग मौके पर पहुँचे। उन्होंने मोबाइल पर अभिभावकों को सूचना दी। मौके पर पहुँचे ग्रामीणों ने सावधानीपूर्वक बच्चो को सुरक्षित बस से बाहर निकाला। स्कूली बस के खाई में धंसने के समाचार फैलते ही आसरलाई समेत आस-पास के बेरो से बड़ी संख्या में अभिभावक व ग्रामीण भी मौके पर पहुँच गए। इस दौरान मौके पर उपस्थित अभिभावकों व ग्रामीणों ने लापरवाह चालक व विद्यालय प्रशासन के खिलाफ रोष प्रकट किया।हादसे के बाद बच्चे बुरी तरह घबरा गए है। अभिभावकों के मौके पर पहुँचते ही बच्चे उनसे लिपटकर रोने लगे। मौके पर पहुँची दूसरी बस में भी भयभीत बच्चो ने गुरुवार को स्कूल जाने से मना कर दिया। इधर अभिभावकों ने विद्यालय प्रशासन को बार-बार अवगत कराने के बावजूद भी कार्रवाई नही करने पर विद्यालय प्रशासन के खिलाफ रोष प्रकट किया। कुछ माह पूर्व भी निमाज चिकित्सालय के पास पाइप लाइन बिछाने के लिए खोदे गए नाले की रेत में निजी विद्यालय की बस फंस गई थी। पास ही ट्रांसफार्मर था, गनीमत रही कि बड़ा हादसा नही हुआ।