सेलीनाल बांध का ओवरफ्लो का गेज 21 फीट है। जो अभयारण्य क्षेत्र से बहकर आने वाली नदियों के पानी से लबालब होता है। कई दिनों तक नदी चलने से यह बांध कई महीनों तक ओवरफ्लो चलता है। सेलीनाल बांध देसूरी कस्बे के मुख्य पेयजल स्रोत है। इस बांध से सिंचाई के लिए कमांड क्षेत्र में पानी भी दिया जाता है। इस बार जल वितरण कमेटी की बैठक में लिए निर्णय के अनुसार सिंचाई के लिए तीन पाण दी गई थी। जबकि पेयजल के लिए पानी रिजर्व रखा था।
फ्लो बेस क्षतिग्रस्त, निकले पत्थर
बांध के ओवरफ्लो के नीचे बना फ्लो व अतिरिक्त सुरक्षा दीवार बिपरजॉय में क्षतिग्रस्त हो गई थी। सीमेंट व पत्थर उखड़कर बहकर चले गए, जिससे फ्लो में गढ्डे बन गए। ओवरफ्लो से नीचे बनी अतिरिक्त सुरक्षा दीवार में बड़े बडे छेद हो गए। ऐसे में आगामी बारिश से पहले मरम्मत किया जाना अति आवश्यक है। अन्यथा बारिश की सीजन में मुख्य सुरक्षा दीवार (ओटा) को खतरा हो सकता है।
जल संसाधन विभाग नहीं दे रहा ध्यान
सेलीनाल बांध क्षेत्र का प्रमुख बांध है। इससे पेयजल आपूर्ति व कमांड क्षेत्र में सिंचाई के लिए पानी दिया जाता है। ओवरफ्लो के नीचे का फ्लो व उससे नीचे बनी अतिरिक्त सुरक्षा दीवार पूरी तरह से क्षतिग्रस्त है। जो बांध के ओवरफ्लो के दौरान टूट कर मुख्य सुरक्षा दीवार के पास आ सकता है। जिससे बांध को खतरा को हो सकता है। सरकार को मरम्मत करवानी चाहिए। - हीरसिंह राठौड़, प्रेमप्रसाद बोहरा, मगाराम कीर, ओकाराम चौधरी, पुनाराम चौधरी, कमांड क्षेत्र के किसान।
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