संतों का कहना है कि होमाष्टमी पर औषधीय वनस्पतियों का हवन करने एवं रामनवमी पर जाप करने से हर व्याधी से शहर व मानवता को बचाने के जतन करने चाहिए। राम नवमी महोत्सव समिति व शोभायात्रा आयोजन समिति के पदाधिकारियों ने भी शहरवासियों से अपील की है कि आज मानवता पर कोरोना के वायरस रूपी असुर ने हमला बोल रखा है और हमें इससे लडऩे के लिए हरसंभव यत्न करने चाहिए। इस संबंध में संतों व शहरवासियों ने भी दृढ़ संकल्प किया है कि घर में ही रहकर अनूठे तरीके से पर्व मनाएंगे।
करें औषधीय हवन एवं धूप-दीप
संत सुरजनदास महाराज का कहना है कि हवन का तात्पर्य है जीवन के विष का हवन और सकारात्मकता का सृजन। होमाष्टमी के दिन धूप-दीप के साथ तिल-जव, नारियल, हल्दी, चंदन, आंवला, इलाचयी, लौंग, काली मिर्च, सरसों आदि का हवन करने से आस-पास की नकारात्मक ऊर्जा खत्म हो जाती है। रामनवमी को राम नाम का जाप ही श्रेयस्कर है। कहा भी गया है कि कलियुग केवल नाम आधारा, सुमिरि सुमिरि नर उतरे पारा।
संत सुरजनदास महाराज का कहना है कि हवन का तात्पर्य है जीवन के विष का हवन और सकारात्मकता का सृजन। होमाष्टमी के दिन धूप-दीप के साथ तिल-जव, नारियल, हल्दी, चंदन, आंवला, इलाचयी, लौंग, काली मिर्च, सरसों आदि का हवन करने से आस-पास की नकारात्मक ऊर्जा खत्म हो जाती है। रामनवमी को राम नाम का जाप ही श्रेयस्कर है। कहा भी गया है कि कलियुग केवल नाम आधारा, सुमिरि सुमिरि नर उतरे पारा।
करें मर्यादा का पालन
इच्छापूर्ण बालाजी मंदिर के संत स्वामी गोपालदास का कहना है कि मां दुर्गा ने दुष्टों का संहार किया था और आज फिर हमें दुष्टों ने आक्रान्त किया है। दुर्गाष्टमी को हवन पूजन एवं राम नवमी को विजयोत्सव के रूप में मनाने एवं घर-घर दीए जलाने से सारी नकारात्मक शक्तियों का नाश होगा।
इच्छापूर्ण बालाजी मंदिर के संत स्वामी गोपालदास का कहना है कि मां दुर्गा ने दुष्टों का संहार किया था और आज फिर हमें दुष्टों ने आक्रान्त किया है। दुर्गाष्टमी को हवन पूजन एवं राम नवमी को विजयोत्सव के रूप में मनाने एवं घर-घर दीए जलाने से सारी नकारात्मक शक्तियों का नाश होगा।
विजय दिवस के रूप में मनाएं
हिंदू महोत्सव समिति के सचिव परमेश्वर जोशी का कहना है कि आज सबसे प्रासंगिक यह है कि हम घर में ही रहकर हवन पूजन करें ताकि कोरोना रूपी राक्षस को हराया जा सके। हमें इस दिन को विजय दिवस के रूप में मनाना चाहिए एवं दोपहर बाहर बजे राम जन्मोत्सव दीप जलाकर मनाना चाहिए।
हिंदू महोत्सव समिति के सचिव परमेश्वर जोशी का कहना है कि आज सबसे प्रासंगिक यह है कि हम घर में ही रहकर हवन पूजन करें ताकि कोरोना रूपी राक्षस को हराया जा सके। हमें इस दिन को विजय दिवस के रूप में मनाना चाहिए एवं दोपहर बाहर बजे राम जन्मोत्सव दीप जलाकर मनाना चाहिए।
राम की तरह मर्यादित जीवन जीएं
राम जन्मोत्सव शोभायात्रा समिति के अध्यक्ष नरेंद्रकुमार माछर ने कहा कि हमें सर्वत्र खुशहाली के लिए घर में ही रहकर आराधना करनी चाहिए। राम की तरह मर्यादा का पालन करते हुए सरकारी निर्देशों का पालन करना चाहिए, ताकि कोरोना से मुक्ति मिल सके। जीवन में आसुरी शक्तियों का विनाश हो और राम रूपी दैवीय शक्तियों की विजय हो ऐसे प्रयास हमें करना चाहिए।
राम जन्मोत्सव शोभायात्रा समिति के अध्यक्ष नरेंद्रकुमार माछर ने कहा कि हमें सर्वत्र खुशहाली के लिए घर में ही रहकर आराधना करनी चाहिए। राम की तरह मर्यादा का पालन करते हुए सरकारी निर्देशों का पालन करना चाहिए, ताकि कोरोना से मुक्ति मिल सके। जीवन में आसुरी शक्तियों का विनाश हो और राम रूपी दैवीय शक्तियों की विजय हो ऐसे प्रयास हमें करना चाहिए।
स्वच्छता एवं संस्कारित जीवन शैली अपनाएं
हिंदू महोत्सव समिति के अध्यक्ष बजरंगलाल हुरकट ने श्रद्धालुओं से अपील की कि हमें घर में रहकर स्वच्छता का अनुपालन करना चाहिए। हमारे किसी भी कृत्य से मानवता की हानि न हो। इस बात का संपूर्ण ध्यान रखना चाहिए।
हिंदू महोत्सव समिति के अध्यक्ष बजरंगलाल हुरकट ने श्रद्धालुओं से अपील की कि हमें घर में रहकर स्वच्छता का अनुपालन करना चाहिए। हमारे किसी भी कृत्य से मानवता की हानि न हो। इस बात का संपूर्ण ध्यान रखना चाहिए।
निराशा से दूर रहें एवं जीतें जंग
विज्ञान लेखिका एवं कवयित्री तृप्ति चतुर्वेदी का कहना है कि आज विश्व मानवता पर संकट मंडरा रहा है। ऐसे समय में नियमित जीवन जीना चाहिए एवं सरकारी अनुदेशों का अक्षरश: पालन करना चाहिए। संयम एवं संकल्प बल से ही ऐसी खतरनाक व्याधियों से बचा जा सकता है।
विज्ञान लेखिका एवं कवयित्री तृप्ति चतुर्वेदी का कहना है कि आज विश्व मानवता पर संकट मंडरा रहा है। ऐसे समय में नियमित जीवन जीना चाहिए एवं सरकारी अनुदेशों का अक्षरश: पालन करना चाहिए। संयम एवं संकल्प बल से ही ऐसी खतरनाक व्याधियों से बचा जा सकता है।