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टाइगर रिजर्व में पहली बार हथिनी ने दिया जुड़वां बच्चों को जन्म

Panna Tiger Reserve: 57 साल की हथिनी अनारकली छठवीं बार मां बनी, वन विभाग में खुशियां दोगुनी...

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Panna Tiger Reserve

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Panna Tiger Reserve: मध्यप्रदेश के पन्ना टाइगर रिजर्व से बेहद खुश करने वाली खबर सामने आई है। यहां 57 वर्षीय हथिनी अनारकली ने एक नहीं, बल्कि दो स्वस्थ मादा बच्चों को जन्म देकर इतिहास रच दिया है। यह पहली बार है जब रिजर्व में किसी हथिनी ने कुछ ही घंटों के अंतराल पर जुड़वां बच्चों को जन्म दिया हो। इसके साथ ही अब टाइगर रिजर्व हाथियों का कुनबा बढ़कर 21 हो गया है। वन्यप्राणी स्वास्थ्य अधिकारी के मुताबिक हथिनी और उसके दोनों बच्चे पूरी तरह से स्वस्थ हैं।

दोनों बच्चों में साढ़े 3 घंटे का अंतर

वन्यप्राणी स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. संजीव कुमार गुप्ता के अनुसार हथिनी अनारकली ने पहला बच्चा खरेरिया में शुक्रवार दोपहर 2.20 बजे जन्मा। इसके बाद वह नन्हे बच्चे के साथ हिनौता हाथी कैम्प पहुंची, जहां शाम 5.50 बजे दूसरे बच्चे का जन्म हुआ। दोनों बच्चे और हथिनी पूर्णतः स्वस्थ हैं। डॉ. गुप्ता का कहना है कि उन्होंने अपने करियर में कभी किसी हथिनी के ऐसे दुर्लभ प्रसव के बारे में नहीं सुना। हथिनी अनारकली का ये छठवां प्रसव है। उसे जून 1986 में सोनपुर मेले से पन्ना लाया गया था। तब वह मात्र 18 वर्ष की थी। तब से अब तक वह 39 वर्षों से रिजर्व की सेवा कर रही है और यह उसका छठा प्रसव है। इस बार जुड़वां बच्चों को जन्म देकर वह चर्चा का केंद्र बन गई है।

गश्ती की माहिर, शिकारियों की आहट पर बरसाती है पत्थर

महावतों के अनुसार अनारकली गश्ती के काम में बेहद कुशल है। जंगल में शिकारियों या लकड़ी चोरों की आहट मिलते ही वह अपनी सूंड से पत्थर बरसाकर उन्हें खदेड़ देती है। मानसून के दौरान कठिन पहाड़ी इलाकों में बाघों की निगरानी का अहम काम भी यही हाथी दल करता है। जहां मैदानी वन अमला नहीं पहुंच पाता, वहां अनारकली जैसे प्रशिक्षित हाथी सुरक्षा की जिम्मेदारी को बखूबी निभाते हैं।