बिहार टीम ने किया जीत का एक और धमाका
मंगल महरूर का रिकॉर्ड तोड़ पदार्पण
गया के आशुतोष अमन जहां गेंदबाजी में चमके, वहीं गया के ही मंगल महरूर ने अपने पहले ही प्रथम श्रेणी मैच में 177 रनों का रिकॉर्ड खड़ा कर दिया। 26 वर्षीय मंगल ने पहली पारी में केवल 4 रन बनाए थे, लेकिन दूसरी पारी को उन्होंने हाथ से जाने नहीं दिया। उन्होंने बिहार के ही रणजी खिलाड़ी अमीकर दयाल का रिकॉर्ड तोड़ा है। अमीकर ने 1986 में डिबट मैच में 174 रन की पारी खेली थी। मंगल ने 24 चौकों और एक छक्के की मदद से रनों का पहाड़ खड़ा किया। मंगल के रूप में बिहार को एक और अच्छा बल्लेबाज मिल गया है। नगालैंड के खिलाफ पटना के मोइनुल हक स्टेडियम में खेले गए मैच में मंगल के अलावा रहमतुल्लाह ने भी 107 रनों की पारी खेली।
अकेले इंद्रजीत की बल्लेबाजी से जीत गया बिहार
पहली पारी में ढेर हुए बल्लेबाज
पहली पारी में बिहार की टीम ठीक से बल्लेबाजी नहीं कर पाई थी, पूरी टीम महज 150 रनों पर ऑल आउट हो गई थी। बिहार की टीम पहले बल्लेबाजी करते हुए मुश्किल में थी, महज 85 रन के स्कोर पर टीम 9 विकेट खो चुकी थी। तब 10वें नंबर पर बल्लेबाजी कर रहे एस. एस. कादरी ने 20 रन और 11वें नंबर पर बल्लेबाजी को उतरे हर्ष विक्रम सिंह ने 48 रन बनाकर टीम की लाज रक्षा की।
बिहार की टीम ने दूसरी पारी में खुद को संभाला 8 विकेट पर 505 रन बनाकर पारी घोषित की। नगालैंड की टीम पहली पारी में 209 रन और दूसरी पारी में 173 रनों पर ढेर हो गई। नगालैंड की ओर से दूसरी पारी में आर. जोनाथन ही 100 रन बनाकर चमके। बाकी टीम बिहार के आशुतोष अमन और विवेक कुमार की घातक गेंदबाजी के आगे टिक न सकी। विवेक कुमार ने दूसरी पारी में 5 विकेट लिए।
पटना के मैदान पर फिर जिंदा हुआ क्रिकेट
प्लेट ग्रुप में दूसरे स्थान पर बिहार
बिहार रणजी ट्रॉफी प्लेट ग्रुप में उत्तराखंड के बाद दूसरे स्थान पर चल रहा है। उसने 6 में से 4 मैच जीते हैं और उसका नेट रन रेट गु्रप में सबसे अच्छा है। रणजी ट्रॉफी में लगभग 22 साल बाद वापसी करने के बाद बिहार केवल एक मैच हारा है उत्तराखंड के विरुद्ध।
बिहार और मिजोरम के बीच अगला रणजी मुकाबला जोरहट में खेला जाएगा। पटना में मोइनुल हक स्टेडियम में बिहार रणजी मैच मणिपुर के खिलाफ नए साल में 7 जनवरी से खेला जाएगा।