
बिहार विधानसभा
Bihar Assembly Session 2025: बिहार विधानसभा का शीतकालीन सत्र सोमवार से शुरू हो रहा है। इस सत्र के साथ बिहार के सदन की कार्यप्रणाली एक नए दौर में प्रवेश करने जा रही है। इस बार विधानसभा की पूरी कार्यवाही पेपरलेस मोड में होगी। यानी सवाल पूछने से लेकर दस्तावेज देखने तक, विधेयकों पर वोटिंग से लेकर भाषण और सूचना प्राप्त करने तक हर काम टैबलेट और डिजिटल प्लेटफॉर्म के माध्यम से किया जाएगा। इसके साथ ही सदन का पूरा संचालन हाई-टेक सिस्टम पर आधारित होगा।
बिहार विधानसभा में ‘नेशनल ई-विधान’ (NEVA) ऑनलाइन प्लेटफॉर्म लागू कर दिया गया है। इसके तहत हर विधायक की सीट पर टैबलेट लगाए गए हैं, जबकि सचिवालय के अधिकारियों और कर्मियों को भी टैबलेट उपलब्ध कराया गया है। सदन की कार्यवाही का लाइव प्रसारण भी किया जाएगा, ताकि पारदर्शिता और जवाबदेही और अधिक मजबूत हो सके। सदन में हाई-स्पीड वाई-फाई की सुविधा और नए सेंसर-माइक लगाए गए हैं। साथ ही, छह बड़े टीवी स्क्रीन भी इंस्टॉल किए गए हैं जिन पर वोटिंग के दौरान लाइव रिज़ल्ट दिखाई देगा।
इस बार सदन की एक और बड़ी विशेषता यह है कि करीब 10 साल बाद सत्ता पक्ष में 200 से अधिक विधायक बैठेंगे। 2010-2015 के कार्यकाल के बाद पहली बार सत्ता पक्ष की इतनी बड़ी संख्या दिखाई देगी। नई विधानसभा में सत्तारूढ़ NDA के 200 से अधिक सदस्य होंगे, जबकि विपक्ष मात्र 38 सदस्यों के साथ सदन में रहेगा। यह संख्या संतुलन राजनीतिक बहसों के स्वर और गति को भी बदल सकती है।
सत्र के पहले दिन नवनिर्वाचित विधायकों का शपथ ग्रहण कराया जाएगा। प्रोटेम स्पीकर नरेंद्र नारायण यादव नये विधायकों को शपथ दिलाएंगे। इसके बाद दोपहर में नए विधानसभा अध्यक्ष के लिए नामांकन दाखिल किया जाएगा। भाजपा के डॉ. प्रेम कुमार के निर्विरोध स्पीकर चुने जाने की संभावना जताई जा रही है। यदि एक से अधिक नामांकन हुए तो 2 दिसंबर को मतदान कराया जाएगा।
सत्र के दौरान विधानसभा परिसर और आसपास के क्षेत्र में कड़ी सुरक्षा व्यवस्था लागू की गई है। बिना प्रवेश पत्र के किसी भी व्यक्ति को प्रवेश की अनुमति नहीं होगी। चारों ओर से त्रिस्तरीय सुरक्षा कवच तैनात किया गया है और आठ QRT टीमें सक्रिय रहेंगी। CCTV निगरानी की पूरी व्यवस्था की गई है।
Updated on:
01 Dec 2025 10:31 am
Published on:
01 Dec 2025 08:29 am
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