
चिराग पासवान। (फोटो सोर्स : एक्स चिराग)
Bihar politics एलजेपी (रामविलास) के प्रमुख चिराग पासवान ने गुरुवार को आरजेडी की करारी हार से जुड़े सवाल पर कहा कि पार्टी अभी तक अपने आप को जंगलराज की छवि से बाहर नहीं निकाल पाई है। साथ ही उन्होंने कहा कि पार्टी का MY समीकरण, जिसमें जातीयता और सांप्रदायिकता है, वही बात मेरे समझ में आरजेडी की बिहार में करारी हार का प्रमुख कारण है। प्राइवेट चैनल से बातचीत में केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान ने ये बातें कहीं।
बिहार में सबसे बड़ी पार्टी बीजेपी है, फिर भी नीतीश कुमार सीएम क्यों हैं? इस सवाल पर चिराग पासवान ने कहा कि अगले पाँच साल बिहार के लिए बहुत महत्वपूर्ण हैं। इन वर्षों में आप बिहार में कई बदलाव देखेंगे, जो संभवतः दो दशकों में हमने उम्मीद की थी। अब यह बदलाव जमीन पर दिखने लगेगा। आप बिहार के अगले पाँच साल को “गोल्डन एरा” कह सकते हैं।
केंद्रीय मंत्री ने कहा, “इसे जमीन पर उतारने के लिए एक अनुभवी व्यक्ति का होना ज़रूरी है। वह हमारे मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के पास है। उसी अनुभव से आप डबल‑इंजन का फायदा उठा सकते हैं।”
सीएम नीतीश कुमार की सेहत से जुड़े सवाल पर उन्होंने कहा कि उनकी सेहत के बारे में जो भी बातें चल रही हैं, वे सब अफवाह हैं। उन्होंने आगे कहा, “जब आप किसी की नीतियों को नहीं कोस पाते, तो आप व्यक्तिगत प्रहार करते हैं। जब मेरी पार्टी टूट गई थी, तब मेरे साथ भी यही हुआ था; मुझ पर भी व्यक्तिगत हमले किए गए थे। लोग कहने लगे थे कि मैं अहंकारी और घमंडी हूँ। वही स्थिति अब मुख्यमंत्री के साथ भी हो रही है। मैं मानता हूँ कि मुख्यमंत्री बहुत सक्रिय हैं और हमें इसका लाभ मिलेगा।”
बिहार का चुनाव क्यों नहीं लड़े? इस सवाल पर केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान ने कहा, “सीट‑शेयरिंग में देर हो गई। मेरे पास कई और काम थे, इसलिए मेरे पास चुनाव की तैयारी के लिए समय नहीं था।” उन्होंने आगे कहा, “मैं बिहार में सक्रिय रहना चाहता हूँ, लेकिन कुछ काम मैं चाहकर भी नहीं कर पाता। पद ज़रूरी नहीं, व्यवस्था का हिस्सा बनना ज़रूरी है।”
चिराग पासवान ने कहा, “मैं मुख्यमंत्री बनूँगा तभी बिहार जाऊँगा।” ऐसी मेरी कतई सोच नहीं है। मैं विधायक बनकर बिहार में काम करना चाहता हूँ। व्यवस्था का हिस्सा बनना चाहता हूँ। इसी सोच के साथ मैंने कहा कि मैं 2030 का विधानसभा चुनाव लड़ूँगा।
तेजस्वी यादव पर क्या बोले?
चिराग पासवान ने तेजस्वी यादव से जुड़े सवाल पर कहा, “जंगलराज की छवि से उनकी पार्टी अभी तक खुद को बाहर नहीं निकाल पाई है। आरजेडी MY समीकरण के सहारे आगे बढ़ना चाहती है, जिसमें जातीयता और सांप्रदायिकता है—जो मेरे हिसाब से पुरानी बात हो गई।” उन्होंने आगे कहा, “मेरा भी MY समीकरण है, लेकिन मेरे समीकरण में Mमें महिलाऔर Y में युवा हैं। मैं उनकी बात करता हूँ।” चिराग ने कहा, “आरजेडी तो बिहार में 2010 में ही समाप्त हो चुकी थी, लेकिन 2015 में नीतीश कुमार और 2020 में मैंने इसे फिर से जिंदा कर दिया। बिहार में आरजेडी को जिंदा करने का ‘गुनहगार’ मैं था; मेरी वजह से ही 2020 में उसे जीवनदान मिला।”
Updated on:
11 Dec 2025 10:03 pm
Published on:
11 Dec 2025 10:02 pm
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