
अर्जेंटीना के कप्तान लियोनेल मेसी (फोटो- IANS)
IND vs PAK: क्रिकेट सिर्फ एक खेल नहीं, बल्कि भावनाओं का बवंडर है। क्रिकेट उन लाखों दिलों को जोड़ता है जो मैदान पर खिलाड़ियों के साथ-साथ अपनी उम्मीदों को भी दांव पर लगाते हैं। लेकिन उसी क्रिकेट को अब दर्शक बॉयकॉट कर रहे हैं। उसी क्रिकेट का विरोध हो रहा है। उन्हीं क्रिकेटर्स पर सवाल उठ रहे हैं। और ये सब सिर्फ पड़ोसी मुल्क की वजह से हो रहा है। वैसे तो पाकिस्तान आजादी के बाद से भी अपनी नापाक हरकतों से बाज नहीं आया है लेकिन हाल ही में पहलगाम आतंकी हमलों के बाद उन्होंने बर्दाश्त की सीमा लांघ दी।
जिसके बाद भारतीय सेना ने सिंदूर ऑपरेशन चलाया और पाकिस्तान के कई आतंकी ठिकानों को तबाह कर दिया। इस घटना ने दोनों देशों के रिश्तों को और खराब कर दिया। रिश्ता इतना खराब हो गया कि दोनों देशों के बीच खेले जाने वाले क्रिकेट मैच का भी विरोध होने लगा। वैसे तो 2012 के बाद से दोनों देशों के बीच कोई द्वीपक्षीय सीरीज नहीं खेली गई। लेकिन अब एशिया कप और आईसीसी इवेंट्स में भी पाकिस्तान के खिलाफ मैच न खेलने की मांग उठने लगी है। मामला सुप्रीम कोर्ट तक पहुंच गया लेकिन यहां भी मैच न रोके जाने की बात कही गई। सुप्रीम कोर्ट ने दलील खारिज करते हुए आदेश दिया कि मुकाबले को रोका नहीं जाना चाहिए। दरअसल चार लॉ के छात्रों याचिका दायर की थी।
इस सब के बीच 2 साल पहले की एक घटना याद आती है, जब 21 नवंबर 2023 को रियो डी जेनिरो के ब्राजील और अर्जेंटीना के बीच वर्ल्ड कप क्वालीफायर मैच खेला जाना था। राष्ट्रीय गान बजते ही ब्राजीलियन और अर्जेंटीनाई फैंस के बीच झड़प हो गई। ब्राजील पुलिस ने अर्जेंटीनाई फैंस पर हमला बोल दिया और जमकर लाठियां बरसाई। इसके बाद जो हुआ, वह भारत- पाक क्रिकेट मैच खेलने वालों के लिए सबक सिखाने का काम करता है। लियोनेल मेसी की कप्तानी वाली अर्जेंटीनाई टीम ने बड़ा फैसला लिया और खिलाड़ी मैदान छोड़कर बाहर चले गए।
लियोनेल मेसी ने बाद में कहा, "हम परिवारों के बारे में सोच रहे थे, वहां महिलाएं और बच्चे थे जो घबरा गए थे। यह मैच से ज्यादा महत्वपूर्ण था।" इस मैच को देखने के लिए अर्जेंटीनाई फैंस दूर-दूर से आए थे। वे मैदान में मेसी की जादूगरी देखने का सपना लेकर पहुंचे, लेकिन बदले में लाठियां मिलीं। इस घटना ने ब्राजील पर बड़े सवाल खड़े किए। ब्राजीलियन फुटबॉल महासंघ अपनी लापरवाही मानी। एक ब्राजीलियन फैन ने सोशल मीडिया पर लिखा, "हमारी पुलिस का यह व्यवहार शर्मनाक है। अर्जेंटीनाई फैंस हमारे मेहमान थे।" जिस तरह भारत और पाकिस्तान के रिश्तें खराब रहते हैं, ठीक वैसे ही ब्राजील-अर्जेंटीना का रिश्ता है।
अब भारत और पाकिस्तान के मुकाबले की बात भी कर लेते हैं। पहलगाम हमले में पाकिस्तानी आतंकियों ने 26 लोगों की बेरहमी से हत्या कर दी थी। लेकिन उसके बावजूद भारत और पाकिस्तान का मुकाबला खेला जा रहा है। कई सेलिब्रिटी ये कह रहे हैं कि ये व्यक्तिगत फैसला है, कि आप मैच देखें या नहीं देखें। लियोनेल मेसी भी ये कह सकते थे कि फैंस का व्यक्तिगत फैसला है, वो मैच देखने आएं या मत आएं। लेकिन उन्होंने ऐसा नहीं किया। वो अपने देश के फैंस के लिए खड़े हुए। जिसके बाद अर्जेंटीना के फैंस पर किसी भी दुनिया की पुलिस हाथ उठाने से पहले सोचेगी।
मेसी ने जो किया वो दुनिया के उन सभी खिलाड़ियों के लिए सबक है, जो अपने देश के गद्दारों के साथ मैच खेलते हैं। शायद इसलिए मेसी की गिनती महानतम खिलाड़ियों में होती है।
Published on:
14 Sept 2025 06:23 pm
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