
Turmeric for Blood Pressure : जानिए हल्दी कैसे कंट्रोल करती है हाई या लो ब्लड प्रेशर, आयुर्वेदिक डॉ से जानिए (फोटो सोर्स : freepik)
Turmeric for Blood Pressure : हल्दी एक बहुमूल्य मसाला है जिसका उपयोग भारतीय किचन और आयुर्वेदिक चिकित्सा में किया जाता है। हाल के दिनों में यह अपने संभावित हार्ट हेल्थ लाभों, जिनमें ब्लड प्रेशर पर प्रभाव भी शामिल है। हल्दी करक्यूमिन से भरपूर जो अपने सूजन-रोधी और एंटीऑक्सीडेंट गुणों के लिए जाना जाता है। हल्दी ब्लड वेसल्स को शिथिल करने, ब्लड सर्कुलेशन में सुधार करने और हाई ब्लड प्रेशर को बढ़ावा देने वाले कारकों को कम करने में मदद कर सकती है। सीनियर आयुर्वेदिक डॉ भगवत स्वरूप शर्मा ने स्वस्थ ब्लड प्रेशर के स्तर को बनाए रखने में हल्दी की भूमिका के बारे में बताया ।
करक्यूमिन हल्दी में पाया जाने वाला एक खास तत्व है, जो दिल की सेहत के लिए फायदेमंद माना जाता है। रिसर्च से पता चला है कि यह खून की नसों में होने वाली सूजन और नुकसान को कम करता है। डॉ. भगवत स्वरूप शर्मा के अनुसार, करक्यूमिन खून की नसों को सही तरह से ढीला और टाइट होने में मदद करता है। इससे खून आसानी से बहता है और ब्लड प्रेशर सामान्य रहने में मदद मिलती है।
हल्दी में करक्यूमिन होता है, जो एक प्राकृतिक यौगिक है जिसमें शक्तिशाली एंटीऑक्सीडेंट और सूजन-रोधी गुण होते हैं। डॉ भगवत स्वरूप शर्मा कहते हैं, कुछ अध्ययनों से पता चलता है कि करक्यूमिन रक्त वाहिकाओं के स्वास्थ्य को बेहतर बनाने और बेहतर परिसंचरण को बढ़ावा देने में मदद कर सकता है, जो अप्रत्यक्ष रूप से स्वस्थ ब्लड प्रेशर के स्तर को बनाए रखने में मदद कर सकता है। लेकिन वे यह भी कहते हैं कि हल्दी हर बीमारी का इलाज नहीं है।
यह संतुलित आहार, नियमित व्यायाम और निर्धारित दवाओं के साथ एक पूरक भूमिका निभा सकती है, लेकिन हाई ब्लड प्रेशर वाले लोगों में यह चिकित्सा उपचार का विकल्प नहीं है।
रोजाना के भोजन में हल्दी शामिल करना एक सरल, सुरक्षित आदत है। डॉ भगवत स्वरूप शर्मा रोजा ना भोजन में लगभग आधा से एक चम्मच (लगभग 2-5 ग्राम) हल्दी पाउडर का उपयोग करने की सलाह देते हैं। जो लोग सप्लीमेंट लेने पर विचार कर रहे हैं, उनके लिए करक्यूमिन अर्क आमतौर पर 500-1000 मिलीग्राम प्रतिदिन तक मानकीकृत होता है। वे सलाह देते हैं, लेकिन सप्लीमेंट शुरू करने से पहले डॉक्टर से सलाह लेना सबसे अच्छा है। यह देखते हुए कि व्यक्तिगत जरूरतें अलग-अलग होती हैं।
भोजन में इसका सीमित उपयोग ज्यादातर लोगों के लिए सुरक्षित है। हालांकि, बहुत ज्यादा मात्रा खासकर गाढ़े सप्लीमेंट्स में, पेट में तकलीफ या मतली पैदा कर सकती है। डॉ भगवत स्वरूप शर्मा कहते हैं दुर्लभ मामलों में बहुत ज्यादा मात्रा लिवर या पित्ताशय को प्रभावित कर सकती है।
अगर आप ब्लड प्रेशर या ब्लड पतला करने वाली दवाएं ले रहे हैं, तो हल्दी के सप्लीमेंट्स के इस्तेमाल में अतिरिक्त सावधानी बरतने की जरूरत है। डॉ भगवत स्वरूप शर्मा चेतावनी देते हैं, हल्दी इन दवाओं के असर को बढ़ा सकती है, जिससे लो ब्लड प्रेशर या रक्तस्राव का खतरा बढ़ जाता है।
Updated on:
16 Sept 2025 12:14 pm
Published on:
16 Sept 2025 12:10 pm
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