
कोरोना संक्रमण (Corona infection) के बाद से लोगों में फेफड़ों की समस्याएं बढ़ी हैं। पहले से ही फेफड़ों (Lung ) से जुड़ी अन्य बीमारियां प्रचलित थीं। अब, एक नई चिंता उभर रही है - एक विटामिन की अधिकता भी फेफड़ों के कैंसर ( Lung cancer) के लिए जिम्मेदार मानी जा रही है। यह समस्या स्वास्थ्य विशेषज्ञों के लिए एक बड़ी चुनौती बन गई है, जिसे सुलझाना आवश्यक है।

फेफड़ों के कैंसर (Lung cancer) के बढ़ते जोखिम के लिए विटामिन ए (Vitamin A) के तीन सप्लीमेंट्स का लंबे समय तक इस्तेमाल भी जिम्मेदार है। विटामिन ए (Vitamin A) में समाहित तीन तत्व जब सप्लीमेंट्स के जरिए शरीर में अधिक मात्रा में पहुंचते हैं, तो इसका सीधा असर फेफड़ों (Lung) पर होता है। इस समस्या ने स्वास्थ्य विशेषज्ञों को चिंता में डाल दिया है, जिससे सावधानी बरतना आवश्यक हो गया है

विटामिन ए से जुड़े तीन कंपाउंड से लंग्स को खतराबीटा कैरोटीन (Beta carotene) एक डायटरी कंपाउंड है और विटामिन ए (Vitamin A) का एक महत्वपूर्ण स्रोत होता है। रेटिनॉल विटामिन ए (Vitamin A) का एक और व्युत्पन्न है और ल्यूटिन एक प्रकार का कार्बनिक वर्णक है जिसे कैरोटेनॉयड कहा जाता है। यह बीटा-कैरोटीन (Beta-carotene और विटामिन ए से संबंधित होता है।

नेचुरल चीजों से विटामिन ए लेना सुरक्षित है, लेकिन सप्लीमेंट्स से समस्या बढ़ती है। ये तत्व नेचुरली फूड से मिल सकते हैं, पर लंबे समय तक सप्लीमेंट्स के उपयोग से फेफड़ों में दिक्कत शुरू हो जाती है। वाशिंगटन राज्य में वीटामिन्स एंड लाइफस्टाइल (वीआईटीएएल) कोहोर्ट स्टडी में विटामिन ए के दुरुपयोग से लंग्स कैंसर की संभावना की पुष्टि हुई है।

फेफड़ों के कैंसर के लक्षणलंबे वक्त तक खांसी का रहनाछाती में दर्दसांस लेने में कठिनाईखाँसी में खून आनाहर समय बहुत थकान महसूस करनाबिना किसी कारण के वजन कम होनाभूख न लगनाआवाज का बैठना