
सुहागिनों के लिए महत्वपूर्ण पर्व करवा चौथ शुक्रवार को मनाई जाएगी। जयपुर में महिलाएं निर्जल, निराहार रहकर व्रत करेंगी। चन्द्रोदय पर पूजा—अर्चना कर चन्द्रमा को अर्घ्य अर्पित कर व्रत खोलेंगी। पति के हाथों से पानी पीकर व्रत खोला जाएगा।

चंद्रमा के साथ शिव-पार्वती, गणेशजी व कार्तिकेय का भी पूजन किया जाएगा। पर्व की कथा सुनी जाएगी। दान -पुण्य किए जाएंगे। महिलाएं आपस में एक दूसरे को सुहाग के प्रतीक भेंट कर खुशहाली की कामना करेंगी।

बाजारों में महिलाओं की मांग के अनुरूप सादा, रंग-बिरंगे करवे मिल रहे हैं। रंग, आकार व सजावट के अनुसार दाम अलग-अलग हैं। बाजार में चीनी के करवे भी हैं।

ज्योर्तिविद लक्ष्मीकांत शुक्ला ने बताया कि इस वर्ष करवा चौथ पर सिद्धि योग भी सूर्योदय से रात को 9.39 बजे तक रहेगा। इसके अलावा शाम को 5.31 बजे तक कृतिका नक्षत्र व बाद में रोहिणी नक्षत्र शुरू हो जाएगा।

करवा चौथ पर वृष राशि पर उच्च का चन्द्रमा भी रहेगा। इस साल जयपुर में चौथ पर रात को 8.23 मिनट पर चन्द्रोदय होगा।कई जगहों पर विभिन्न सामाजिक संस्थाओं की ओर से सामूहिक रूप से करवा चौथ मनाई जाएगी। साथ ही कई स्थानों पर चौथ का उद्यापन भी किया जाएगा।