
नई दिल्ली। कुछ दिनों से चिट्ठियां लिखकर विरोध और समर्थन जताने का दौर जारी है। अब इस कड़ी में राज्यसभा ( Rajy Sabha ) के सांसद भी जुड़ गए हैं। शुक्रवार को 17 विपक्षी सांसदों ने राज्यसभा के सभापति एम. वेंकैया नायडू ( M Venkaiah Naidu ) को पत्र लिखा है। इस पत्र में उन्होंने सरकार की ओर से जल्दबाजी में कानून पारित करने पर चिंता जताई है।
पत्र में विपक्षी सांसदों ने मोदी सरकार पर बिलों को जल्दबाजी में लाने का आरोप लगाया है। सांसदों का आरोप है कि नए लोकसभा के गठन के बाद से कामकाज के नियम टूट गए हैं। सदस्यों को बिलों और संशोधनों के बारे में ठीक से जानने का समय भी नहीं दिया जा रहा है।
इन नेताओं ने लिखा पत्र
विपक्षी नेताओं ने केंद्र सरकार पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि सरकार सार्वजनिक महत्व और लघु सूचनाओं के विषय पर चर्चा से भाग रही है।
बता दें कि पत्र लिखने वाले नेताओं में समाजवादी पार्टी, डीएमके, सीपीएम, एनसीपी, आरजेडी, बीएसपी, टीडीपी सहित अन्य राजनीतिक दलों के सांसद शामिल हैं। पत्र में सबसे पहले कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद ( Ghulam Nabi Azad ) ने हस्ताक्षर किया है।
गौरतलब है कि बजट सत्र शुरू होने से अब तक कई सारे बिल सदन में पेश किए जा चुके हैं। इनमें आरटीआई संशोधन विधेयक और NIA संशोधन विधेयक जैसे बिलों को दोनों सदनों से मंजूरी मिल चुकी है।
वहीं, इसके अलावा जुलाई में खत्म होने वाले बजट सत्र को 10 दिन के लिए और बढ़ा दिया गया है। लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने गुरुवार को मोदी सरकार के अनुरोध पर मौजूदा सत्र को 7 अगस्त तक के लिए बढ़ा दिया है।
Updated on:
26 Jul 2019 07:22 pm
Published on:
26 Jul 2019 07:14 pm
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