
आज कांग्रेस ने बालासोर ट्रेन दुर्घटना को लेकर केंद्र पर अपना हमला करते हुए आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव जिम्मेदारी से बचने के लिए झूठ का इस्तेमाल कर रहे हैं। कांग्रेस के महासचिव जयराम रमेश ने ट्विटर पर कहा कि यह स्पष्ट है कि प्रधान मंत्री और रेल मंत्री द्वारा प्रस्तुत सिद्धांत केवल जवाबदेही से बचने के लिए है। इस संबंध में रेलवे सुरक्षा आयुक्त ने निर्धारित किया है कि बालासोर ट्रेन दुर्घटना रेलवे सुरक्षा से संबंधित प्रक्रियाओं और प्रणालियों में गंभीर खामियों के परिणामस्वरूप हुई।
गौरतलब है कि ओडिशा में बालासोर जिले के पास 2 जून की शाम को हुए भयावह रेल हादसे की जांच रिपोर्ट सामने आ गयी है। बालासोर ट्रेन हादसे की जांच के बाद रेलवे सुरक्षा आयुक्त ने रिपोर्ट जारी की है। इस रिपोर्ट में उन सभी वजहों का डिटेल में जिक्र है, जिसके चलते एक्सीडेंट हुआ बता दे इस हादसे में 293 लोगों की जान गई थी।
लेकिन कौन सुन रहा है...
कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने हमला बोलते हुए रिपोर्ट का हवाला देते हुए कहा है कि रेल सुरक्षा से संबंधित प्रक्रियाओं और प्रणालियों में गंभीर कमियों के कारण बालासोर ट्रेन दुर्घटना हुई। जयराम रमेश ने कहा, ‘लेकिन कौन सुन रहा है? वंदे भारत ट्रेनों का उद्घाटन लगातार जारी है। मोदी सरकार की गलत प्राथमिकताओं के चलते एक भीषण हादसा हो गया’।
रमेश ने अपनी रिपोर्ट में रेलवे सुरक्षा आयुक्त (सीआरएस) द्वारा उल्लिखित खामियों पर जोर दिया, जिसमें कहा गया कि ट्रिपल ट्रेन टक्कर के कारणों की जांच में सिग्नलिंग और संचार विभाग में कई स्तरों पर खामियां सामने आईं। इसके परिणामस्वरूप 300 लोगों की मौत हो गई और 100 से अधिक अन्य घायल हो गए।
उनके अनुसार, सिग्नल एंड टेलीकॉम (एसएंडटी) स्टाफ ने पिछले पांच वर्षों से लोकेशन बॉक्स में वायरिंग की समस्या का समाधान करने में लापरवाही की
यह भी पढ़ें- 'सीधी पेशाब कांड' मामले में मायावती ने की मांग, कहा- आरोपी की संपत्ति जब्त व ध्वस्त हो
ट्रेन दुर्घटना पर सीआरएस रिपोर्ट में दावा किए जाने के एक दिन बाद कि सिग्नलिंग और दूरसंचार विभाग की कई विफलताएं थीं, जिसके कारण दुर्घटना हुई, जयराम रमेश ने अपनी टिप्पणी दी।
पिछले 25 वर्षों में भारत में होने वाली सबसे भीषण रेल दुर्घटनाओं में से, 2 जून को ओडिशा के बालासोर में बहनागा बाजार रेलवे स्टेशन के पास हावड़ा जाने वाली एसएमवीटी सुपरफास्ट एक्सप्रेस, मालगाड़ी और चेन्नई जाने वाली कोरोमंडल एक्सप्रेस के बीच टक्कर हो गई, जिसमें 292 लोगों की मौत हो गई और 800 से अधिक अन्य घायल हो गए थे। जिसके बाद रेलवे की ओर से सीबीआई और सीआरएस की जांच के आदेश दिए गए थे।
यह भी पढ़ें-'सीधी पेशाब कांड' मामले में मायावती ने की मांग, कहा- आरोपी की संपत्ति जब्त व ध्वस्त हो
Published on:
05 Jul 2023 03:30 pm
बड़ी खबरें
View Allराजनीति
ट्रेंडिंग
