31 दिसंबर 2025,

बुधवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

‘मैं अपने पिता के…’, BJP के राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष नितिन नबीन ने ऐसा क्यों कहा

नितिन नबीन ने कहा कि मैं हमेशा अपने पिता के मार्ग पर चलने की कोशिश करता हूं। उनका तरीका था कि वह हमेशा कार्यकर्ताओं के बीच उपलब्ध रहते थे...

2 min read
Google source verification

पटना

image

Ashib Khan

Dec 31, 2025

Late naveen kishore sinha, death anniversary, nitin nabin, bjp national working president

बीजेपी के राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष नितिन नबीन (Photo-IANS)

बीजेपी के राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष नितिन नबीन ने बुधवार को कहा कि वह अपने पिता, नवीन किशोर प्रसाद सिन्हा, की तरह पार्टी कार्यकर्ताओं के बीच पारिवारिक संबंध स्थापित करने की कोशिश कर रहे हैं। नवीन किशोर प्रसाद सिन्हा BJP के पूर्व विधायक थे। 

नितिन नबीन ने कहा कि आज मेरे पिता नवीन किशोर प्रसाद सिन्हा की 20वीं पुण्यतिथि है। उन्होंने संगठन को जिस सादगी और मेहनत से सहेजा और कार्यकर्ता से परिवार जैसा रिश्ता बनाया, वह काबिले तारीफ है। समाज के लिए उनके किए गए कार्य हम सभी के लिए प्रेरणास्त्रोत हैं।

नितिन नबीन ने पुष्पांजलि की अर्पित

बता दें कि नितिन नबीन ने अपने पिता की पुण्यतिथि पर उनके नाम से बने पार्क में उन्हें पुष्पांजलि अर्पित की। इस मौके पर सीएम नीतीश कुमार, डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी, बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष संजय सरावगी समेत अन्य नेता मौजूद थे। 

पिता के मार्ग पर चलने की कोशिश करता हूं - नितिन नबीन

नितिन नबीन ने कहा कि मैं हमेशा अपने पिता के मार्ग पर चलने की कोशिश करता हूं। उनका तरीका था कि वह हमेशा कार्यकर्ताओं के बीच उपलब्ध रहते थे और उन्हें परिवार जैसा मानते थे। उनके कार्यों और जीवन से बहुत कुछ सीखने को मिला है।

उन्होंने आगे कहा कि बिहार में NDA सरकार उनके पिता द्वारा दिखाए गए विकास के मार्ग पर चलने के लिए निरंतर काम कर रही है। उन्होंने कहा, "हम दो मुख्य क्षेत्रों पर ध्यान दे रहे हैं—एक तो विकास योजनाओं में अंतिम व्यक्ति को जोड़ना और दूसरा, कार्यकर्ताओं के साथ पारिवारिक संबंध बनाए रखना।"

नवीन किशोर की पुण्यतिथि पर किस नेता ने क्या कहा?

इस मौके पर सांसद रविशंकर प्रसाद भी मौजूद थे। उन्होंने कहा कि नवीन किशोर प्रसाद सिन्हा BJP के वरिष्ठ नेता थे, लेकिन उससे भी बढ़कर वह एक मेहनती कार्यकर्ता थे। मैं कह सकता हूं कि पटना जिले में हमारी आज की जीत की नींव उनकी मेहनत और संगठन को मजबूत करने की प्रतिबद्धता पर रखी गई थी।