
बेंगलूरु में तेजस्वी यादव का हुआ बड़ा अपमान, जानिए क्यों?
नई दिल्ली। कर्नाटक में कांग्रेस-जेडीएस गठबंधन सरकार गठन के अवसर पर विपक्षी दलों के शक्ति प्रदर्शन में बेंगलूरु पहुंचे आरजेडी नेता तेजस्वी यादव के लिए कड़वा अनुभव साबित हुआ। उन्हें, वहां पर एक नेता का बयान बुरा लगा। उन्होंने ट्वीट कर इसकी जनकारी दी है कि उक्त नेता का बयान सुनकर वो निशब्द क्यों हो गए? उन्होंने खुद को अपमानित महसूस किया। नेता का बयान बिहारी अस्मिता से जुड़ा था। आपको बता दें कि तेजस्वी यादव 23 मई को कुमारस्वामी के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होने के लिए बेंगलूरु पहुंचे थे। वहीं पर उन्हें बिहार के बारे में तंज सुरने को मजबूर होना पड़ा।
तेजस्वी को बुरा क्यों लगा?
तेजस्वी यादव ने अपनी ट्वीट में उस घटनाक्रम की ओर इशारा किया है जब बिहार में नीतीश कुमार ने आरजेडी से रिश्ता तोड़ते हुए भाजपा के साथ मिलकर सरकार बना ली थी। 2015 में नीतीश कुमार की पार्टी जेडीयू ने तेजस्वी यादव की पार्टी आरजेडी के साथ मिलकर बिहार में सरकार बनाई थी लेकिन 2017 आते-आते इस गठबंधन में दरार आ गई और नीतीश कुमार ने आरजेडी से गठबंधन तोड़कर भाजपा से हाथ मिला लिया। उन्होंने उसी घटनाक्रम की ओर इशारा करते हुए लिखा है कि एक नेता ने कुमारस्वामी के शपथ ग्रहण समारोह के दौरान ताना मारा। कर्नाटक में लोगों ने उनसे कहा कि यहां पर भाजपा वालों की बोली में एक भी विधायक नहीं बिका, लेकिन बिहार में तो सीएम ही बिक गया। उन्होंने कहा कि वो ऐसी टिप्पणी सुनकर निशब्द हो गए थे। एक बिहारी होने के नाते ये सब सुनकर उन्हें बुरा लगा।
सरकार बनाने का दावा
आपको बता दें कि विधानसभा चुनाव में सबसे बड़ी पार्टी होने का दावा कर भाजपा ने अल्पमत की सरकार बनाई थी। उसी का हवाला देते हुए तेजस्वी यादव ने बिहार में सरकार बनाने का दावा पेश किया था। अपने दावे में उन्होंने राज्यपाल सत्यपाल मलिक से कहा था कि आरजेडी इस वक्त बिहार की सबसे बड़ी पार्टी है। इसलिए उसे सरकार बनाने का मौका दिया जाए।
Published on:
27 May 2018 05:28 pm
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