…इन दिग्गज गैर संघियों ने की है शिरकत प्रणब मुखर्जी से पहले राष्ट्रपिता महात्मा गांधी, लोकनायक जयप्रकाश नारायण, नेहरू के करीबी रहे पूर्व सेना प्रमुख जनरल करियप्पा और कांग्रेस की सबसे बड़ी नेता रहीं खुद इंदिरा गांधी भी संघ के कार्यक्रम में शिरकत कर चुकी हैं। पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने तो संघ के साथी संगठन के बुलावे पर विवेकानंद रॉक मेमोरियल का उद्घाटन भी किया था।
मोदी से बोले शांता कुमार, ‘किसानों की स्थिति अभी भी दुर्भाग्यपूर्ण, सीधी आर्थिक मदद जरूरी’ राष्ट्रपति पद की शपथ लेते समय कही थी ये बात बतौर कांग्रेस नेता प्रणब मुखर्जी ने जो भी वैचारिक मतभेद रखे हों। लेकिन 2012 में राष्ट्रपति पद की शपथ लेते समय उन्होंने वैचारिक विविधता और दूसरे विचारों के प्रति सहिष्णुता दोनों की जरूरत पर जोर दिया था। एक बड़े वर्ग का मानना है कि राष्ट्रपति बनने के बाद वे कांग्रेस के नहीं रहे इसलिए उनके संघ के कार्यक्रम में शरीक होने का कोई अर्थ नहीं निकालना चाहिए। लेकिन कांग्रेस के साथ लंबा राजनीतिक जीवन बिता चुके प्रणब मुखर्जी के अचानक संघ के कार्यक्रम में जाने से मौजूदा हालात में बवाल होना तय है।