
AP: एक्शन में जगनमोहन रेड्डी, 'अन्नदाता सुखी भव योजना निरस्त, ऋतु भरोसा लागू'
नई दिल्ली। आंध्र प्रदेश विधानसभा चुनाव में बड़ा उलटफेर करते हुए वाईएसआर कांग्रेस सत्ता पर काबिज हो चुकी है। जगनमोहन रेड्डी प्रदेश के नए मुख्यमंत्री बन चुके हैं। पदभार संभालने के बाद रेड्डी एक्शन मोड में आ चुके हैं और एक के बाद एक ताबड़तोड़ निर्णय ले रहे हैं। इसी कड़ी में गुरुवार को रेड्डी सरकार ने बड़ा फैसला लिया है। उन्होंने किसानों के लिए लागू अन्नदाता सुखी भव योजना को निरस्त करते हुए प्रदेश में ऋतु भरोसा योजना लागू की है।
अक्टूबर से योजना लागू
मुख्यमंत्री जगनमोहन रेड्डी ने गुरुवार को कहा कि प्रदेश में किसानों के लिए लागू अन्नदाता सुखी भव योजना को बंद किया जा रहा है। इसके बदले अब 'ऋतु भरोसा' योजना को लागू किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि 15 अक्टूबर से इस योजना को लागू किया जाएगा। इस योजना के तहत किसानों को 12,500 रुपए दिए जाएंगे।
नायडू सरकार ने शुरू की थी अन्नदाता सुखी भव योजना
आंध्र प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू ( Chandrababu Naidu ) ने फरवरी 2019 में किसानों के लिए अन्नदाता सुखी भव योजना की शुरुआत की थी। इस योजना के तहत किसानों को हर साल 10 हजार रुपए दिए जाने थे। लेकिन, बीच में ही सरकार बदल गई और रेड्डी सरकार ने इस योजना को निरस्त कर दिया।
क्या थी अन्नदाता सुखी भव योजना?
अन्नदाता सुखी भव योजना का मुख्य उद्देश्य किसानों को अधिक से अधिक लाभ पहुंचाना था। इस योजना के अंतर्गत आंध्र प्रदेश के सभी निम्न वर्ग के किसानों को प्रति वर्ष रवि तथा खरीफ की फसल हेतु 5000 रुपये की सहायता दी जाएगी।
यह पैसे किसानों के बैंक अकाउंट में सीधे भेजे जाते। बचे हुए पैसे बाद में दिए जाते। राज्य के 95 लाख किसान को इसका फायदा मिलने वाला था। इस योजना पर राज्य सरकार को प्रतिवर्ष 20 करोड़ रुपए खर्च करने पड़ते।
नई योजना के तहत किस तरह किसानों को पैसे दिए जाएंगे और कितने किसानों को इसका फायद मिलेगा। इस बाबत सरकार ने अभी जानकारी नहीं दी है। लेकिन, इतना कहा गया है कि अक्टूबर से इस योजना को लागू कर दिया जाएगा।
Updated on:
06 Jun 2019 04:11 pm
Published on:
06 Jun 2019 02:44 pm
