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हरे और सफेद रंगों में रंगे जाएगे झारखंड के स्कूल, बीजेपी का आरोप – यह ‘राजनीतिक संदेश’ देने की कोशिश

locationनई दिल्लीPublished: May 21, 2022 03:07:55 pm

Submitted by:

Archana Keshri

झारखंड में 35,000 से अधिक सरकारी स्कूलों में सत्ताधारी झारखंड मुक्ति मोर्चा की पार्टी के द्वारा हरे और सफेद रंगों में रंगने की तैयारी की जा रही है। झारखंड मुक्ति मोर्चा नीत सरकार का कहना है कि सरकारी स्कूलों की इमारतों का रंग विशेषज्ञों की सिफारिशों के आधार पर तय किया गया है। हरा रंग आंखों को सुकूनदायक है तो सफेद स्वच्छता का प्रतीक है।

झारखंड में सरकारी स्कूल भवनों के रंग को लेकर सियासत शुरू हो गई है। एक बार फिर शिक्षा के मंदिरों का रंग बदला जा रहा है. राज्य के शिक्षा मंत्री की ओर से ये निर्देश जारी किए गए हैं, जिसके बाद विद्यालय भवनों पर रंगाई-पुताई की कवायद शुरू होने जा रही है। जहां सत्तारूढ़ सरकार ने दावा किया कि रंगों का चयन विशेषज्ञों की सिफारिशों के आधार पर किया गया था क्योंकि हरा आंखों के लिए सुखदायक है और सफेद स्वच्छता का प्रतीक है, विपक्षी भाजपा ने आरोप लगाया कि रंगों को एक राजनीतिक संदेश भेजने के लिए चुना गया था।
बता दें, राज्य के 35 हजार से ज्यादा सरकारी स्कूलों की पुताई हरे व सफेद रंगों से की जाएगी। ये रंग सत्तारूढ़ झामुमो पार्टी के झंडे से जुड़े हैं। इसे लेकर विपक्षी भाजपा ने झामुमो सरकार पर निशाना साधते हुए इसे सियासी कदम बताया है। भाजपा ने आरोप लगाया है कि इन रंगों का चयन राजनीतिक संदेश देने के लिए किया गया है। अभी राज्य के सरकारी स्कूलों का रंग गुलाबी तो शौचालयों का नीला है।
झारखंड शिक्षा परियोजना परिषद (जेईपीसी) द्वारा सभी जिला शिक्षा अधिकारियों (डीईओ) को जारी एक आदेश के अनुसार, स्कूल भवनों की दीवारों को हंस, अंगोरा या नारियल के सफेद रंग में रंगा जाएगा, जबकि दरवाजे और खिड़कियां और शौचालय गहरे हरे रंग में रंगे जाएंगे। वहीं राज्य सरकार ने बचाव में अपनी दलीलें दी हैं।

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शिक्षा मंत्री जगरनाथ महतो, जिन्होंने यह आदेश जारी किया, ने कहा कि इससे स्कूलों को एक नया रूप मिलेगा। इमारतों को हरे और सफेद रंगों में रंगा जाएगा। हमने विशेषज्ञों की सिफारिशों के आधार पर रंगों को चुना है। यह चिकित्सकीय रूप से सिद्ध है कि हरा आंखों के लिए सुखदायक है, जबकि सफेद स्वच्छता और ताजगी का प्रतीक है।”
दूसरी तरफ, भाजपा ने आरोप लगाया कि यह कदम राजनीति से प्रेरित है क्योंकि रंग संयोजन झारखंड मुक्ति मोर्चा की पार्टी के झंडे से जुड़ा है। बता दें, झामुमो का झंडा हरे रंग की पृष्ठभूमि पर सफेद रंग के धनुष और तीर से बना है।

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