कपिल सिब्बल ने शनिवार को ट्वीट करके कहा- ‘कानून मंत्री कांग्रेस से कह रहे हैं कि हमें राजधर्म ना सिखाएं। हम आपको कैसे सिखा सकते हैं मंत्री महोदय। जब आपने गुजरात में वाजपेयी जी की नसीहत नहीं सुनी, तो हमें क्यों सुनेंगे।’
मेघालय: सीएए-आईएलपी की बैठक में हंगामे के बाद शिलॉन्ग में कर्फ्यू, छह जिलों में मोबाइल-इंटरनेट बंद बता दें, साल 2002 में गुजरात में दंगे भड़कने के दौरान तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने उस समय के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी से राजधर्म का पालन करने को कहा था। इन दंगों में सैकड़ों लोगों को जान गंवानी पड़ी थी।
भाजपा ने कांग्रेस को ही घेरा कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं का एक दल राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से मिला था। दल ने राष्टपति से मिलकर केंद्र सरकार से राजधर्म निभाने की बात कही थी। इस पर बीजेपी ने आक्रमक रुख अपनाया। शुक्रवार को केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद कांग्रेस के इस बयान पर पलटवार किया था। प्रसाद ने कहा था कि- कांग्रेस की सरकार ने रामलीला मैदान में उकसाने वाली भाषा का प्रयोग किया। कांग्रेस की सरकार ने ही 2010 में एनपीआर का नोटिफिकेशन जारी किया। उन्होंने कहा था कि- अगर आप करें तो ठीक लेकिन हम करें तो आप लोगों को भड़काने लगते हैं।
मौसम विभाग का अलर्ट, 48 घंटों में तेज हवाओं के साथ होगी हल्की बारिश प्रतिनिधिमंडल में सोनिया के साथ चिदंबरम भी राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से मिलने वाले कांग्रेस प्रतिनिधिमंडल में कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी, पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के अलावा मल्लिकार्जुन खड़गे, पी. चिदंबरम और आनंद शर्मा शामिल रहे थे। इससे पहले एक प्रेस कॉन्फ्रेस में सोनिया गांधी ने दिल्ली हिंसा के लिए केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को जिम्मेदार ठहराते हुए उनसे इस्तीफे की मांग की थी।
गांधी परिवार समेत ओवैसी-पठान के खिलाफ एफआईआर की मांग पर हाई कोर्ट का केंद्र को नोटिस दिल्ली हिंसा में 123 एफआईआर दिल्ली हिंसा के दौरान अब तक 42 लोगों की जान जा चुकी है, जबकि 200 से ज्यादा लोग घायल बताए जा रहे हैं। इस हिंसा के दौरान उपद्रवियों ने घरों, दुकानों, पेट्रोल पंपों, गाड़ियों यहां तक कि स्कूलों तक को निशाना बनाया। नॉर्थ ईस्ट दिल्ली के जाफराबाद, मौजपुर, बाबरपुर, यामुना विहार, भजनपुरा, चांदबाग और शिवविहार ज्यादा प्रभावित हुए हैं। इस मामले में दिल्ली पुलिस ने अब तक कुल 123 एफआईआर दर्ज की हैं।