
नई दिल्ली। केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ( rajnath singh ) आज यानी 20 जुलाई को 'कारगिल विजय दिवस' ( Kargil Vijay Diwas ) के अवसर पर जम्मू-कश्मीर राज्य में कारगिल के दौरे पर हैं। वह सबसे पहले कारगिल वॉर मेमोरियल पहुंचे और यहां विजिटर बुक पर हस्ताक्षर किए। इसके बाद उन्होंने द्रास में कारगिल युद्ध स्मारक पर श्रद्धांजलि दी। उनके साथ सेना प्रमुख जनरल बिपिन रावत भी मौजूद रहे।
विजय मशाल को कारगिल के लिए रवाना
कारगिल विजय दिवस ( 20th Kargil Vijay Diwas ) की 20वीं वर्षगांठ के उपलक्ष्य में देशभर में विशेष कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं। वहीं, पिछले दिनों रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान विजय मशाल को कारगिल के लिए रवाना किया। इसके साथ ही कारगिल के द्रास में भी 24 जुलाई से तीन दिवसीय मुख्य कार्यक्रम शुरू होने जा रहा है।
श्री बाबा अमरनाथ यात्रा जारी
आपको बता दें कि जम्मू-कश्मीर में इस समय श्री बाबा अमरनाथ यात्रा जारी है। ऐसे में सेना और सुरक्षाबलों पर तीर्थ यात्रा को सुरक्षित बनाने का दबाव है। यही वजह है कि अपने एक दिवसीय कारगिल ( Kargil Vijay Diwas 2019 ) दौरे के दौरान रक्षामंत्री जम्मू कश्मीर के सुरक्षा हालात का जायजा भी लेंगे।
अब 1999 को दोहराना असंभव
वहीं, इससे पहले पूर्व सैन्य अधिकारियों ने कारगिल हमले से सीख मिलने की बात कही। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान के लिए अब 1999 को दोहराना असंभव है। साल 1999 में मई की शुरुआत में जम्मू एवं कश्मीर के कारगिल ( Kargil Vijay Diwas date ) सेक्टर में पहाड़ी चोटियों के बीच पाकिस्तानी सेना ने घुसपैठ की थी, जिन्हें शुरू में आतंकवादी समझा गया था।
तीन महीनों तक चला कारगिल युद्ध
कारगिल युद्ध ( Kargil Vijay Diwas News ) सेक्टर में लगभग तीन महीनों तक चला और इसमें भारत के 526 सैनिक शहीद हो गए। अच्छी तरह स्थापित चौकियों पर मोर्चाबंदी कर चुके पाकिस्तानी सैनिकों को खदेड़ने के लिए चलाया गया ऑपरेशन विजय 26 जुलाई को खत्म हुआ।
Updated on:
20 Jul 2019 01:03 pm
Published on:
20 Jul 2019 08:47 am
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