एक मीडिया रिपोर्ट के अनुसार—
100 से अधिक मौत
अकेले असम ( Assam Flood ) की बात करें तो यहां अब तक 36 से अधिक लोग बाढ़ ( Flood Updates ) के गाल में समा चुके हैं। काजीरंगा नेशनल पार्क डूबने की कगार पर है, जिसमें 51 से अधिक जानवर भी अपनी जान गवां चुके हैं। आलम यह है कि जानवरों को भी अपनी जान बचाने के लिए इधर-उधर भटकना पड़ रहा है।
करीब 47 लाख की आबादी प्रभावित
वहीं, बिहार की अगर बात करें तो यहां नेपाल से आने वाली नदियों के जलस्तर में गुरुवार को भले ही कमी हुई है, लेकिन राज्य में बाढ़ प्र( Flood Updates ) भावित क्षेत्रों में रहने वाले लोगों की परेशानियों में अभी कोई कमी नहीं आई है। राज्य के 12 जिलों में अभी भी बाढ़ की स्थिति भयावह बनी हुई है।
– 12 जिलों के 92 प्रखंडों में बाढ़ से हालात गंभीर
– 831 पंचायत में बाढ़ में बन गई टापू
– करीब 47 लाख की आबादी प्रभावित
बिहार में 78 लोगों की मौत
इस दौरान बाढ़ ( Flood Updates ) के पानी में डूबने से अब तक 78 लोगों की मौत हो चुकी है जबकि हजारों घर तबाह हो चुके हैं।
– सीतामढ़ी जिले में 47 लोगों की मौत
– अररिया में 12 लोगों ने गंवाई जान
– मधुबनी में अब तक 11 लोगों की मौत
बिहार जल संसाधन विभाग की रिपोर्ट
बिहार जल संसाधन विभाग के मुताबिक, बिहार में नेपाल से आने वाली कोसी नदी सहित कई नदियों के जलस्तर में गुरुवार को कमी दर्ज की गई है। वीरपुर बैराज के बाढ़ ( Flood Updates ) नियंत्रण कक्ष के मुताबिक सुबह छह बजे वीरपुर बैराज में कोसी नदी का जलस्तर 1़24 लाख क्यूसेक दर्ज किया गया था जो आठ बजे घटकर 1़20 लाख क्यूसेक पहुंच गया। इधर, वाल्मीकिनगर बैराज में गंडक नदी के जलस्तर में हालांकि मामूली वृद्घि दर्ज की गई है।
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वीरपुर बैराज में-
– कोसी नदी का जलस्तर 1़24 लाख क्यूसेक दर्ज
– आठ बजे घटकर 1़20 लाख क्यूसेक पहुंच गया
महानंदा नदी खतरों के निशान को पार कर गई
जल संसाधन विभाग के प्रवक्ता अरविंद सिंह ने बताया कि नदियों के जलस्तर में कमी आई है परंतु अभी भी कई नदियां खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं। बागमती नदी ढेंग, डुबाधार, हायाघाट व बेनीबाद में, जबकि कमला बलान नदी भी झंझारपुर में खतरे के निशान से ऊपर बह रही है। अधवारा और महानंदा नदी भी कई स्थानों पर खतरों के निशान को पार कर गई है।
बिहार के इन जिलों में बाढ़ से आफत
राज्य के कई इलाकों में बाढ़ ( Flood Updates ) की स्थिति गंभीर बनी हुई है। आपदा प्रबंधन विभाग के प्रधान सचिव प्रत्यय अमृत ने बताया कि बाढ़ से प्रभावित इलाकों की स्थिति पर नजर रखी जा रही है। राहत और बचाव कार्य जारी हैं।
असम बाढ़: राहत एवं बचाव कार्यों के लिए सरकार का टोल फ्री नंबर
बचाव के लिए 125 मोटरबोट को तैनात ( Flood Updates )
बाढ़ का सबसे ज्यादा असर सीतामढ़ी, मधुबनी, अररिया, किशनगंज, दरभंगा में है।
असम बाढ़: पानी में समाए 4157 गांव, काजीरंगा नेशनल पार्क भी 90 प्रतिशत तक डूबा
राहत कार्य जारी
– प्रभावित गांवों में राहत एवं बचाव के लिए 125 मोटरबोट को तैनात
– NDRF एवं SDRF की 26 टीमें बाढ़ प्रभावित इलाकों में तैनात
137 राहत शिविरों में 1़14 लाख लोग
आपदा प्रबंधन विभाग के अनुसार बाढ़ प्रभावित इलाकों में राहत व बचाव कार्य जारी है। बाढ़ में फंसे लोगों को बाहर निकालकर सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा रहा है।
– 137 राहत शिविरों में 1़14 लाख लोग
– चलाई जा रही 1,116 सामुदायिक रसोई