
नई दिल्ली। कर्नाटक विधानसभा चुनाव में एक हफ्ते से भी कम समय बचा है। ऐसे में सभी राजनीतिक दलों और उम्मीदवारों ने अपना चुनाव प्रचार तेज कर दिया है। कांग्रेस की ओर से जहां राहुल गांधी पार्टी के दिग्गज नेताओं के साथ कमान संभाले हैं, वहीं पीएम मोदी और बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह पार्टी उम्मीदवारों के पक्ष में ताबड़तोड़ रैली और रोड शो कर रहे हैं। कर्नाटक की राजनीति में महती भूमिका निभाने वाला तीसरा दल जेडीएस भी पीछे नहीं है। कांग्रेस और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के बाद सोमवार को जनता दल (सेक्युलर) ने भी अपना घोषणापत्र जारी कर दिया।जनता दल (सेक्युलर) ने रविवार को चुनाव में अपना घोषणापत्र जारी कर प्रदेश में विकास कराने का दावा पेश किया।
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पिछले चुनाव में मिली थी 40 सीट
बेंगलुरू में पार्टी का घोषणा पत्र जारी करते हुए राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री और जेडीएस नेता एचडी कुमारस्वामी ने राज्य के विकास के बड़े-बड़े दावे किए। कुमारस्वामी ने कहा कि उनकी सरकार आने पर किसानों की ऋण छूट में छूट दी जाएगी। बता दें किे पिछले विधानसभा चुनावों में कांग्रेस ने 224 सीटों में से 122 सीटों पर विजय हासिल की थी, जबकि बीजेपी और जेडीएस दोनों दलों को 40-40 सीटें मिली थी। जबकि 9 निर्दलीय उम्मीदवारों के अलावा 13 सीट अन्य दलों को मिली थी। इस मौके पर एचडी कुमारास्वामी और जनता दल (सेक्युलर) के अन्य नेता मौजूद थे।
ये है बीजेपी का वादा
बता दें कि इससे पहलेकर्नाटक में विपक्षी भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने विधानसभा चुनाव के लिए अपना घोषणापत्र जारी किया था, जिसमें गरीब महिलाओं को स्मार्टफोन, स्नातक में दाखिला लेने वाले छात्रों को लैपटॉप और किसानों को चीन व इजरायल घुमाने का वादा किया गया है। प्रदेश भाजपा अध्यक्ष और भ्रष्टाचार के मामले में जेल तक का अनुभव ले चुके मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार बी.एस. येदियुरप्पा ने कहा था कि हमारे घोषणापत्र का उद्देश्य कर्नाटक की जनता की आकांक्षाओं को पूरा करना है। हमने अपना घोषणापत्र किसानों, महिलाओं, युवाओं और पिछड़े वर्ग की भलाई को ध्यान में रखकर बनाया है।
Published on:
07 May 2018 11:12 am
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