
कर्नाटक सीएम बीएस येदियुरप्पा
नई दिल्ली। देश के दक्षिण राज्य कर्नाटक से एक बार फिर बड़ी सियासी खबर सामने आ रही है। जी हां लंबे सियासी घमासान के बाद बनी बीजेपी नेतृत्व वाली येदियुरप्पा सरकार एक बार फिर संकट में घिरती नजर आ रही है। कर्नाटक के राजनीतिक सूत्रों की मानें तो एक बार फिर येदियुरप्पा की मुश्किल बढ़ सकती हैं।
येदियुरप्पा की मुश्किल बढ़ने के पीछे जो बड़ी वजह बताई जा रही है वो ये कि बीजेपी के दो दर्जन से ज्यादा नेता मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा से नाराज चल रहे हैं।
कर्नाटक की सियासत एक बार फिर करवट ले सकती है। इसके पीछे की वजह है सीएम येदियुरप्पा। जी हां लंबी खींचतान के बाद 2019 में बनी येदियुरप्पा सरकार पर एक बार फिर संकट के बादल मंडरा रहे हैं।
भारतीय जनता पार्टी ( BJP ) के कम से कम 20-25 विधायक राज्य के सीएम बीएस येडियुरप्पा ( BS yeddyurappa ) से नाराज बताए जा रहे हैं।
नाराज नेताओं ने बुलाई बैठक
नाराज नेताओं ने आगे की रणनीति को लेकर एक बैठक भी बुलाई। बताया जा रहा है कि ये बैठक प्रदेश के पूर्व डिप्टी सीएम जगदीश शेट्टार के घर पर हुई।
आगामी रणनीति को लेकर बुलाई गई इस बैठक में मौजूद विधायकों की ओर से एक खत के जारी होने की भी जानकारी मिली है। हालांकि इस खत पर किसी विधायक के दस्तखत नहीं होने से इसकी सत्यता की पुष्टि करना मुश्किल है।
येदियुरप्पा का पुत्र मोह बड़ा कारण
मीडिया रिपोर्ट्स की माने तो 'फिलहाल राज्य में येदियुरप्पा के बेटे सुपर सीएम हैं।' ऐसे में माना जा रहा है कि येदियुरप्पा की इस छूट की वजह से कई विधायकों में असंतोष है।
कांग्रेस का तंज
येदियुरप्पा की सरकार पर चल रहे सियासी संकट को लेकर कांग्रेस ने भी तंज कसा है। कांग्रेस नेता बृजेश कलप्पा ने कहा है कि 'जब कोई चीज असंवैधानिक होगी। सत्ता हासिल करने के लिए कुछ भी करने की कोशिश की जाएगी तो ऐसा होगा ही।'
कांग्रेस ने दिया बड़ा संकेत
वहीं कांग्रेस ने कर्नाटक में चल रहे सियासी संकट के बीच एक बार फिर बड़ा संकेत दिया है। बृजेश कलप्पा ने कहा है कि येदियुरप्पा कभी भी अपनी सरकार का कार्यकाल पूरा नहीं कर पाए हैं। इस बार भी यही आसार बने हुए हैं।
बढ़ती उम्र का भी असर
दरअसल येदियुरप्पा ने जुलाई 2019 में बतौर सीएम शपथ ली थी। इस दौरान येदियुरप्पा की उम्र 76 वर्ष थी। हालांकि बीजेपी में 75 वर्ष से अधिक उम्र वाले नेता सक्रिय राजनीति में नहीं रह सकते,लेकिन कर्नाटक में लिंगायत वोट बैंक की वजह से बीजेपी की मजबूरी रही कि येदियुरप्पा को ही सीएम बनाना पड़ा।
पिछले महीने यानी 27 जनवरी को येदियुरप्पा 77 वर्ष के हो चुके। ऐसे में उनकी उम्र का बहाना बनाकर भी पार्टी में उनके खिलाफ आवाज उठ सकती है।
Published on:
18 Feb 2020 01:56 pm
बड़ी खबरें
View Allराजनीति
ट्रेंडिंग
