क्या है कीटो डाइट?
इस डाइट में हाई फैट डाइट दी जाती है और कार्बोहाइड्रेट की मात्रा बेहद कम रखी जाती है। यह डाइट हमारे शरीर को हर वक्त लगातार काम करने की एनर्जी देती है। ऐसा तब होता है जब आप एक दिन में 30 ग्राम से भी कम कार्बोहाइड्रेट डाइट लेते है। इस डाइट में कार्बोहाइड्रेट कम होने से बॉडी फैट से मिली एनर्जी के द्वारा अपना काम करती है। यहां तक कि ब्रेन भी अपना काम इसी एनर्जी से चलाता है। इस डाइट में कार्बोहाइड्रेट तो न के बराबर होता ही है, साथ ही शुगर की मात्रा भी 5 फीसदी से ज्यादा नहीं होती। इसमें हाई फैट, नॉर्मल प्रोटीन और कम मात्रा में कार्बोहाइड्रेट का लिया जाता है।
अमरीका में पॉपुलर
अमरीका में यह डाइट बेहद पॉपुलर है, लेकिन भारत में शुरुआती चरण में है। इसको फॉलो करने से पहले अपनी हैल्थ को चेक कराना जरूरी है। ऐसी स्थिति में किसी डायटीशियन की मदद ली जा सकती है।
भूख लगती है बेहद कम
कीटो डाइट में ऐसा खाना खाया जाता है, जिसमें 70-80 प्रतिशत फैट, 10-20 फीसदी प्रोटीन और सिर्फ 5 प्रतिशत कार्ब होते हैं। इसको शुरू करने के 4 से 5 दिन बाद आपकी बॉडी कीटोसिस पर चला जाता है, जिससे भूख बेहद कम लगती है। ग्लूकोज और प्रोटीन की सही मात्रा न मिलने की वजह से शरीर कीटोसिस प्रोसेस शुरू कर देता है, जिसमें बॉडी का फैट पिघलकर एनर्जी में तब्दील होता है। इसकी यह खासियत है कि कम खाने के बाद भी बॉडी मसल्स पर असर नहीं पड़ता।
डाइट में करें शामिल
सी-फूड शामिल करें। साल्मन और अन्य मछलियों में विटामिन, पोटेशियम और सेलेनियम आदि पाए जाते हैं, जिसमें कार्ब नही होता।
कुछ ऐसी सब्जियां हैं जिसमें स्टार्च नहीं होता साथ ही इनमें कैलोरीज और कार्बोहाइड्रेट कम होता है, डाइट में शामिल की जा सकती हैं। जैसे ब्रॉकली, फूलगोभी, पत्तागोभी आदि। इनमें पोषक तत्त्व अधिक पाए जाते हैं।
चीज को शामिल करें। चीज में कार्ब काफी कम मात्रा में होता है और फैट में ज्यादा होता है। 28 ग्राम शेडर चीज में 1 ग्राम कार्ब और 7 ग्राम प्रोटीन होता है।
एक्सपर्ट की रायजरूरी
कीटो डाइट एक्सपर्ट की देखरेख में शुरू करें। एक्सपर्ट की जरूरत इसलिए पड़ती है कि क्योंकि इस डाइट को शुरू करने से दो से तीन दिन पहले से ही आपकी नॉर्मल डाइट में बदलाव लाना शुरू करना पड़ता है। एक बार बॉडी जब इसके लिए फिट हो जाए, तो आपको फिर एक्सपर्ट की जरूरत नहीं पड़ेगी।
बॉडी को किटोसिस पर जाने में चार से पांच दिन लगते हैं। तो हो सकता है कि इस दौरान आप थकान फील करें। लेकिन एक बार बॉडी इस डाइट पर चली जाएगी, तो आप सुबह से शाम तक एनर्जेटिक फील करेगी। यह डाइट ओवरऑल आपको ग्लो देती है। चाहे बाल हों या स्किन। कोलेस्ट्रॉल और ब्लडप्रेशर सही रहता है। ज्यादा भूख नहीं लगती और एकाग्रता बढ़ती है।