6 दिसंबर 2025,

शनिवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

कश्मीर: पूर्व सीएम महबूबा मुफ्ती की धमकी, पीडीपी को तोड़ा तो पैदा हो जाएंगे कई सलाउद्दीन

पूर्व सीएम ने कहा कि अगर पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) को तोड़ने का प्रयास किया गया तो न जाने कितने सलाउद्दीन पैदा हो जाएंगे।

2 min read
Google source verification

image

Mohit sharma

Jul 13, 2018

news

महबूबा की धमकी, पीडीपी को तोड़ा तो पैदा हो जाएंगे कई सलाउद्दीन

नई दिल्ली। जम्मू और कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री और पीडीपी नेता महबूबा मुफ्ती ने बड़ा बयान जारी किया है। पूर्व सीएम ने कहा कि अगर पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) को तोड़ने का प्रयास किया गया तो घाटी में न जाने कितने सलाउद्दीन पैदा हो जाएंगे। पूर्व सीएम ने यह भी कहा कि 1987 के चुनावों गडबड़ी के बाद ही सलाउद्दीन और मलिक पैदा हुए थे। यहां महबूबा ने भाजपा का नाम लिया बिना उस पर जमकर निशाना साधा। बता दें कि सलाउद्दीन हिजबुल मुजाहिदीन का प्रमुख है। पीडीपी नेता ने यह धमकी पार्टी में हो चुकी बगावत के बाद दी है।

बाली में फंसी भारतीय महिला ने सुनाई खरी-खोटी तो सुषमा बोलीं- हम आजकल कठोर भाषा ही सुन रहे हैं

कांग्रेस ने राखी सावंत का वीडियो पोस्ट कर लिखा- 'मोदी जी, लो मिल गया आपका दामाद'

दरअसल, पीडीपी अध्यक्ष और पूर्व सीएम महबूबा मुफ्ती ने संगठन में बागियों के साथ सुलह के असफल प्रयास के बाद अब उनके पर कुतरने शुरू कर दिए हैं। महबूबा ने ऐसे नेताओं पर कार्रवाई करते हुए गुरुवार को विधान परिषद के सदस्य (एमएलसी) ब्यासिर रेशी को बांडीपोर जिला अध्यक्ष पद से हटा दिया। वहीं उनके स्थान पर बारामुला जिला इकाई के पीडीपी प्रभारी इरशाद रसूल कार को बांडीपोर की अतिरिक्त जिम्मेदारी सौंपी है। हालांकि अभी ब्यासिर रेशी की विधानपरिषद की सदस्यता पर कोई फर्क नहीं पड़ेगा।

वरुण गांधी की हत्या करना चाहता था दाऊद का शूटर राशीद, अबु धाबी से हुआ गिरफ्तार

आपको बता दें कि राज्य में पीडीपी और भाजपा गठबंधन वाली सरकार गिरने के बाद पार्टी में महबूबा के नेतृत्व को लेकर सवाल खड़े हो गए हैं। यही कारण है कि रेशी समेत कई अन्य नेताओं ने पार्टी की नीतियों पर सवालिया निशाना लगाते हुए अलग होने का इशारा दिया है। इन नेताओं का कहना है कि 14 से अधिक विधायक पीडीपी से अलग होकर राज्य को एक नया सियासी विकल्प दे सकते हैं।