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विपक्ष के समर्थन से कोई समस्या नहीं, अक्टूबर तक जारी रहेगा आंदोलन: टिकैत

Published: Feb 02, 2021 03:16:58 pm

Submitted by:

Saurabh Sharma

गाजीपुर बॉर्डर पर मौजूद किसान नेता राकेश टिकैत ने साफ कर दिया है कि आंदोलन अक्टूबर तक जारी रहेगा। इस बात जानकारी उन्होंने सरकार को भी दे दी है।

No problem opposition support, movement continue till October: Tikait

No problem opposition support, movement continue till October: Tikait

नई दिल्ली। गाजीपुर बॉर्डर पर मौजूद किसान नेता राकेश टिकैत ने साफ कर दिया है कि आंदोलन अक्टूबर तक जारी रहेगा। इस बात जानकारी उन्होंने सरकार को भी दे दी है। उन्होंने कहा कि अक्टूबर के बाद आगे की तारीख देंगे। सरकार से बातचीत भी चलती रहेगी। उन्होंने कहा कि नौजवानों को बहकाया गया है, उनको लाल किले का रास्ता बताया गया ताकि पंजाब की कौम बदनाम हो। किसान कौम को बदनाम करने की कोशिश की गई।

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विपक्ष का आंदोलन में स्वागत
किसान नेता राकेश टिकैत से जब शिव नेता संजय राउत से मिलने पर सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि अगर विपक्ष हमारा समर्थन करने के लिए आ रहा है तो कोई समस्या नहीं है लेकिन इसका राजनीतिकरण नहीं किया जाना चाहिए। अगर नेता आते हैं तो हम कुछ नहीं कर सकते।

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आंसू देखकर रुका नहीं गया
मंगलवार को शिव सेना के प्रवक्ता संजय राउत किसानों के समर्थन में गाजीपुर बॉर्डर पहुंचे। राउत ने भारतीय किसान यूनियन के प्रवक्ता राकेश टिकैत से मुलाकात कर अपना और अपनी पार्टी का समर्थन दिया। शिव सेना के नेता संजय राउत ने कहा कि मुझे उद्धव ठाकरे जी ने खास तौर पर भेजा है। महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री किसानों के समर्थन में हैं। 26 जनवरी के बाद हमने जो माहौल देखा और जिस तरह राकेश टिकैत के आंखों में आंसू देखे, उसके बाद हम कैसे रह सकते थे? राउत ने कहा, बॉर्डर पर हाल ही में जो कुछ भी हुआ है उससे पूरा देश बीजेपी से नाराज है, वहीं राकेश टिकैत जो तय करेंगे वही हमारी आगे की रणनीति होगी।

किसानों ने दिखाई ताकत
जब संजय राउत से पूछा गया कि आखिर दो महीने बाद क्यों बॉर्डर आए, तो इस सवाल के जवाब में राउत ने कहा, अब आंदोलन को ताकत देने की जरूरत है। सरकार और किसान संगठनों की 11 दौर की बातचीत हो चुकी है लेकिन अब तक कोई नतीजा नहीं निकल सका है। दूसरी ओर गणतंत्र दिवस पर हुई हिंसा के बाद से किसान संगठन जिस तरह दवाब में महसूस कर रहे थे, वहीं राजनीतिक पार्टियों के नेताओं का समर्थन मिलने के बाद से इस आंदोलन को फिर से मजबूती के साथ आगे बढाने की कोशिश की जा रही है।

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