एक और जुमला: चिदंबरम
पी. चिदंबरम ने मोदी सरकार पर हमला बोलते हुए ट्विटर पर लिखा कि रेलवे ने करीब 5 वर्षों तक 2,82,976 पदों को खाली रखा और अब अचानक नींद से जागते हुए कहा कि हम 3 महीने में इन पदों को भर देंगे! एक और जुमला! इस सरकार में दूसरे विभागों की भी लगभग यही कहानी है। एक तरफ पद खाली पड़े हैं, तो दूसरी तरफ युवा बेरोजगार खड़े हैं।
2021 तक रेलवे में चार लाख नौकरी: गोयल
बता दें कि रेलमंत्री पीयूष गोयल ने बुधवार को रेलवे में 2021 तक चार लाख से अधिक लोगों को नौकरियां देने की घोषणा की। उन्होंने सामान्य श्रेणी के तहत आर्थिक रूप से कमजोरलोगों को 10 फीसदी आरक्षण के तहत नियुक्ति की प्रक्रिया जल्द शुरू होने के भी संकेत दिए। उन्होंने कहा कि वर्तमान में रेलवे में कर्मचारियों के मंजूर पद 15.06 लाख हैं, जिनमें 12.23 लाख नियमित कर्मचारी हैं और बाकी 2.8 लाख पद रिक्त हैं।
पहली बार फरवरी-मार्च 2019 से शुरु होगी नियुक्ति
रेलमंत्री ने बताया कि 1.31 लाख कर्मचारियों की नियुक्ति का पहला चरण फरवरी-मार्च 2019 में शुरू होगा और सरकार की आरक्षण नीति के अनुसार, करीब 19,715 पद अनुसूचित जाति, 9,857 पद अनुसूचित जनजाति और 35,485 पद अन्य पिछड़ा वर्ग के लिए आरक्षित होंगे। उन्होंने कहा कि हाल ही में संसद में पारित 103वें संविधान संशोधन के अनुसार, इन पदों में 10 फीसदी आरक्षण यानी करीब 13,100 पद आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग (ईडब्ल्यूएस) से भरे जाएंगे। यह चक्र अप्रैल-मई 2020 तक पूरा होगा।
दूसरी बार मई-जून 2020 में शुरू होगी नियुक्ति
नियुक्ति के दूसरे चरण में सेवानिवृत्ति के कारण खाली होने वाले करीब 99,000 पदों पर नियुक्ति की प्रक्रिया मई-जून 2020 में शुरू होगी और यह 2021 के जुलाई-अगस्त में पूरी होगी। उन्होंने कहा कि आरक्षण नीति के अनुसार, करीब 15,000 पद अनुसूचित जाति, 7,500 पर अनुसूचित जनजाति, 27,000 अन्य पिछड़ा वर्ग और 10,000 पद ईडब्ल्यूएस के उम्मीदवारों से भरे जाएंगे।