शरीफ के बयान पर पाकिस्तान में बवाल दरअसल नवाज शरीफ के बयान के बाद पाक के शीर्ष नेतृत्व और सेना के बीच टकराव की स्थिति बन गई है। सूत्रों की माने तो अगले दो दिनों के अंदर पाक पीएम की अध्यक्षता में पाकिस्तान की राष्ट्रीय सुरक्षा समिति की बैठक हो सकती है। गौरतलब है कि पूर्व पाक पीएम ने मुंबई हमले को लेकर पाकिस्तानी अखबार द डॉन को दिए एक इंटरव्यू में कहा था कि हमले को अंजाम देने वाले आतंकी अप्रत्यक्ष रूप से पाकिस्तान सरकार की मदद से सीमा पार कर भारत पहुंचे थे। उन्होंने कहा कि देश में आतंकी संगठन पूरी तरह से सक्रिय हैं। क्या हमें उन्हें सीमा पार करने और मुंबई में 150 लोगों की हत्या करने की इजाजत दे देनी चाहिए? पूर्व पाक पीएम के इस बयान को लेकर पूरे देश में हड़कंप मच गया है।
ये भी पढ़ें: नवाज शरीफ के कबूलनामे पर बोले उज्जवल निकम कहा, ISI और सेना से डरते थे नवाज बैठक में लिया जाएगा ठोस निर्णय पाक में होने वाली राष्ट्रीय सुरक्षा की बैठक में सेना की और शीर्ष नेतृत्व के बीच सहमति बनाने की कोशिश होगी। इसमें तय किया जाएगा कि राजनीतिक पार्टियां इस बयान का किस तरह से खंडन करें। खासतौर पर पूरे विश्व में हो रही बदनामी को कैसे ढंका जाए। अमेरिका ने हाल ही में पाकिस्तान को कुछ रियायत देते हुए उसे सहायता फंड दिया है। उसने शर्त रखी है कि वह आतंकी संगठन हक्कानी नेटवर्क का सफाया करेगा। मगर इस बयान ने उसके वायदे को कमजोर किया है। दरअसल अभी तक मुंबई हमले के मामले में अपना हाथ होने की बात को पाकिस्तान नकारता रहा है। भारत द्वारा सौंपे गए सबूूतों को वह तवज्जो नहीं देता है। अब नवाज के बयान ने उसे चारों खाने चित कर दिया है।
मोदी के साथ खड़े हो गए नवाज पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (पीपीपी) के सीनेटर शेरी रहमान ने शरीफ की निंदा करते हुए कहा कि पूर्व प्रधान मंत्री ने भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के रुख का समर्थन किया है। उन्होंने कहा कि पार्टी ने नवाज शरीफ के बयान को खारिज कर दिया है। शरीफ की इस टिप्पणी के बाद दुनिया भर में प्रश्न उठाए जा रहे हैं, जो शर्मनाक है। पूर्व मंत्री चौधरी निसार ने कहा कि मुंबई हमले पर नवाज का बयान निंदनीय है। पाकिस्तान ने हमेशा से हमले की जांच का मुद्दा उठाया है। इसके लिए उन्होंने भारत से सहयोग भी मांगा, मगर भारत ने जांच में अड़ंगा डाला है।