रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने किया स्वीकार, भारतीय सीमा में काफी संख्या में चीनी सैनिक घुसे ऑस्ट्रेलियाई प्रधानमंत्री ( prime minister Scott Morrison ) से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग ( Video Conferencing ) के जरिये बात करते हुए पीएम मोदी ने कहा, “सबसे पहले मैं अपनी ओर से और पूरे भारत की ओर से ऑस्ट्रेलिया में
COVID-19 से प्रभावित सभी लोगों और परिवारों के प्रति हार्दिक संवेदना प्रकट करना चाहूंगा। इस वैश्विक महामारी (
coronavirus ) ने विश्व में हर प्रकार की व्यवस्था को प्रभावित किया है। और हमारे सम्मेलन का यह डिजिटल स्वरूप इसी प्रकार के प्रभावों का एक उदाहरण है।”
पीएम मोदी (
pm modi ) ने मॉरिसन को भारत आने का न्योता देते हुए कहा, “हमारी आज की मुलाक़ात आपकी भारत यात्रा का स्थान नहीं ले सकती। एक मित्र के नाते, मेरा आपसे आग्रह है कि स्थिति सुधरने के बाद आप शीघ्र सपरिवार भारत यात्रा प्लान करें और हमारा आतिथ्य स्वीकार करें।”
पीएम ने कहा, “भारत-ऑस्ट्रेलिया संबंध विस्तृत होने के साथ-साथ गहरे भी हैं। और यह गहराई आती है हमारे साझा मूल्य, साझा हित, साझा भूगोल और साझा उद्देश्य से। मेरा मानना है कि भारत और ऑस्ट्रेलिया के संबंधों को और सशक्त करने के लिए यह उचित समय है, उचित मौक़ा है। अपनी दोस्ती को और मज़बूत बनाने के लिए हमारे पास असीम संभावनाएं हैं।”
पीएम मोदी के आवास पर केंद्रीय कैबिनेट की बैठक में लिए गए एक नहीं कई महत्वपूर्ण फैसले, हर तरफ छाई खुशी उन्होंने आगे कहा, “कैसे हमारे संबंध अपने क्षेत्र के लिए और विश्व के लिए एक ‘स्थिरता का कारक’ बनें, कैसे हम मिल कर वैश्विक बेहतरी के लिए कार्य करें, इन सभी पहलुओं पर विचार की आवश्यकता है। भारत ऑस्ट्रेलिया के साथ अपने सम्बन्धों को व्यापक तौर पर और तेज़ गति से बढ़ाने के लिए प्रतिबद्ध है। यह न सिर्फ़ हमारे दोनों देशों के लिए महत्वपूर्ण है, बल्कि भारतीय-प्रशांत क्षेत्र और विश्व के लिए भी आवश्यक है।”
पीएम बोले, “लेकिन मैं यह नहीं कहूंगा कि मैं इस गति से, इस विस्तार से संतुष्ट हूं। जब आप जैसा लीडर हमारे मित्र देश का नेतृत्व कर रहा हो, तो हमारे संबंधों में विकास की गति का मापदंड भी महात्वाकांक्षी होना चाहिए। वैश्विक महामारी के इस काल में हमारी व्यापक रणनीतिक साझेदारी की भूमिका और महत्वपूर्ण रहेगी। विश्व को इस महामारी के आर्थिक और सामाजिक दुष्प्रभावों से जल्दी निकलने के लिए एक समन्वित और सहयोगी दृष्टिकोण की आवश्यकता है।”
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, “हमारी सरकार ने इस संकट को एक अवसर की तरह देखने का निर्णय लिया है। भारत में लगभग सभी क्षेत्रों में व्यापक सुधार की प्रक्रिया शुरू की जा चुकी है। बहुत जल्द ही ग्राउंड लेवल पर इसके परिणाम देखने को मिलेंगे। इस कठिन समय में आपने ऑस्ट्रेलिया में भारतीय समुदाय का, और ख़ास तौर पर भारतीय छात्रों का, जिस तरह ध्यान रखा है, उसके लिए मैं विशेष रूप से आभारी हूं।”
विदेश मंत्रालय द्वारा बुधवार को बताया गया कि प्रधानमंत्री मोदी और उनके ऑस्ट्रेलियाई समकक्ष पीएम स्कॉट मॉरिसन पहली बार वर्चुअल द्विपक्षीय शिखर सम्मेलन में हिस्सा ले रहे हैं। यह एक शिखर सम्मेलन वर्चुअल इसलिए आयोजित किया जा रहा है क्योंकि
कोरोना वायरस महामारी के बीच पीएम मॉरिसन की भारत यात्रा संभव नहीं है।