
राजीव गांधी तो बहाना हैं, असल मतलब सिखों को लुभाना और रफाल को भुलाना है
नई दिल्ली।लोकसभा चुनाव ( Lok Sabha Election 2019 ) के चार चरणों का मतदान होने तक बीजेपी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ( Narendra Modi ) ने मुख्य विपक्षी पार्टी कांग्रेस पर हमले के लिए कई मुद्दों का सहारा लिया। कभी राहुल गांधी ( Rahul Gandhi ) के नागरिकता का मुद्दा, कभी प्रियंका गांधी ( Priyanka Gandhi ) के चुनाव ना लड़ने का मुद्दा, कभी यूपीए सरकार ( UPA government ) के घोटाले तो कभी प्रथम प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू ( Jawaharlal Nehru ) का जिक्र। लेकिन पांचवे चरण की वोटिंग से ठीक पहले पीएम मोदी ने पूर्व पीएम राजीव गांधी ( Rajiv Gandhi ) का जिक्र कर पूरी बहस को मोड़ दिया। हालांकि इस चुनाव में विकास स्वास्थ्य और शिक्षा जैसे मामलों से पीएम मोदी दूर ही रहे हैं, लेकिन अचानक से राजनीतिक बहस में राजीव गांधी की एंट्री ने राजनीतिक पंडितों को चौंका दिया। अब माना जा रहा है कि मोदी ने एक सोची समझी रणनीति के तहत कांग्रेस पर हमले के लिए ये नाम उछाला है।
सिख बाहुल्य 20 सीटों के लिए हुई राजीव गांधी की एंट्री?
12 मई को दिल्ली की 7 और 19 मई को पंजाब की 13 लोकसभा सीटों पर मतदान है। इंदिरा गांधी की हत्या के बाद भड़के 1984 का सिख विरोधी दंगों के दंश को वैसे पूरे देश ने देखा है, लेकिन पंजाब और दिल्ली ने इन दंगों का दर्द देखा, महसूस किया और अपनों को खोया भी है। अब माना जा रहा है कि दोनों राज्यों की 20 सीटों पर कांग्रेस को घेरने और बीजेपी की पकड़ मजबूत करने के लिए मोदी ने मोदी के अचानक 30 साल पीछे जाकर कांग्रेस को मात देने की कोशिश की है। वे अपने भाषणों में राजीव गांधी का नाम लेकर सिख वोटरों को कांग्रेस से दूर करने की कोशिश में हैं।
रफाल के बदले बोफोर्स और चौकीदार चोर के बदले भ्रष्टाचारी नंबर न-1?
राफेल विमान सौदे को लेकर कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी लंबे असरे से मोदी सरकार पर हमलावर हैं। वे खुलकर कहते हैं कि 'प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने फ्रांस से हुई डील में 36 हजार करोड़ रुपए का घोटाला कर अनिल अंबानी को लाभ पहुंचाया है।' राहुल आए दिन 'चौकीदार चोर है' के नारे से मोदी को घेरते हैं। इस नारे की वजह से उन्हें सुप्रीम कोर्ट तक जाना पड़ चुका है लेकिन चौकीदार को चोर कहना नहीं छोड़ा है। अब वोटिंग के दो चरणों की बची 118 सीटों को वोटरों साधने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 'चौकीदार चोर है' के जवाब में 'राजीव भ्रष्टाचारी नंबर न-1' कह दिया। मोदी इस चुनावी नारे के लिए 1987 के बोफोर्स कथित घोटोले का जिक्र भी किया है। इस कथित घोटाले में कांग्रेस सरकार पर '80 लाख डालर की दलाली' चुकाने का आरोप लगा था।
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Updated on:
08 May 2019 11:44 am
Published on:
08 May 2019 07:02 am
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