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12 साल में पहली बार कांग्रेस बैठक में नहीं पहुंचे राहुल गांधी

सोनिया गांधी ने बृहस्पतिवार को बुलाई थी कांग्रेस की बैठक इस बैठक में कांग्रेस महासचिव और राज्यों के प्रमुख पहुंचे कांग्रेस ने बताया, राहुल गांधी को नहीं बुलाया गया था

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राहुल गांधी (फाइल फोटो)

राहुल गांधी (फाइल फोटो)

नई दिल्ली। एक दशक से भी ज्यादा वक्त बाद बृहस्पतिवार को कांग्रेस पार्टी में एक बड़ा अंतर देखने को मिला। कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी द्वारा बृहस्पतिवार को एक बैठक बुलाई गई। इसमें पार्टी के महासचिव के अलावा राज्यों के प्रमुख मौजूद थे, लेकिन कांग्रेस मुख्यालय में बीते 12 वर्षों में पहली बार ऐसा हुआ कि बैठक में पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी के नाम की प्लेट नहीं लगी थी।

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राहुल गांधी वर्ष 2017 में कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष बने थे। लेकिन इस वर्ष लोकसभा चुनाव में मिली हार के बाद उन्होंने मई में इस पद से इस्तीफा देने की घोषणा कर दी थी। इसके अलावा बीते 12 वर्षों से वह कांग्रेस पार्टी की सभी प्रमुख बैठकों में शामिल होते रहें।

बृहस्पतिवार को आयोजित बैठक में कांग्रेस के महासचिव, राज्यों के प्रमुखों और नेताओं को आमंत्रित किया गया था। हालांकि इनमें से किसी भी पद पर न होने के बावजूद पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह भी इस बैठक में मौजूद थे।

मनमोहन सिंह महात्मा गांधी की 150वीं जयंती के लिए होने वाले आयोजन की तैयारियों, कैडर के लिए होने वाले प्रशिक्षण कार्यक्रमों समेत मेंबरशिप ड्राइव के सिलसिले में चर्चा करनेे के लिए बुलाए गए थे।

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इस बैठक में राहुल गांधी की गैरमौजूदगी के बारे में कांग्रेस ने कहा, "उन्हें इसलिए नहीं बुलाया गया क्योंकि वह बैठक में बुलाए गए नेताओं के जरूरी मानदंडों के मुताबिक नहीं हैं और मनमोहन सिंह को इसलिए बुलाया गया क्योंकि आर्थिक मुद्दों पर चर्चा की जानी थी।"

गौरतलब है कि कांग्रेस अध्यक्ष पद से इस्तीफा देने के बाद राहुल गांधी के पास कांग्रेस वर्किंग कमेटी (CWC) के सदस्य के अलावा संगठन का अन्य कोई पद नहीं है, और आधिकारिक रूप से इसकी भी घोषणा नहीं की गई है।

सूत्रों का कहना है कि राहुल गांधी ऐसी बैठकों से संभवता इसलिए दूरी बना रहे हैं क्योंकि वह यह दर्शाना चाहते हैं कि वह पार्टी को नियंत्रित नहीं कर रहे हैं।

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