आपको बता दें कि सनी देओल ने चुनाव में आयोग की ओर से तय राशि से ज्यादा धन खर्च किया था।
बीजेपी सांसद सनी देओल के ज्यादा धन खर्च करने की वजह से ही उनके खिलाफ जिला स्तरीय चुनाव निगरानी कमेटी जांच भी कर रही है।
बीजेपी सांसद सनी देओल के ज्यादा धन खर्च करने की वजह से ही उनके खिलाफ जिला स्तरीय चुनाव निगरानी कमेटी जांच भी कर रही है।
हालांकि अब तक जांच की रिपोर्ट सामने नहीं आई है, लेकिन कांग्रेस नेता सुनील जाखड़ ने सनी देओल पर नियमों के उल्लंघन का आरोप लगाते हुए उनकी लोकसभा सदस्यता भंग करने की मांग की है।
मानहानि केस: राहुल गांधी की पटना की अदालत में पेशी, ‘मोदी’ उपनाम वाले लोगों पर टिप्पणी करने का आरोप राज्य चुनाव आयोग को भेजी रिपोर्ट
जिला स्तरीय चुनाव निगरानी कमेटी ने अपनी जांच रिपोर्ट फिल्हाल राज्य चुनाव आयोग को भेज दी है। लेकिन रिपोर्ट में क्या सामने आया है इस पर अभी कोई जानकारी नहीं मिली है। लेकिन अगर रिपोर्ट सनी के खिलाफ पाई जाती है तो उनकी लोकसभा सदस्यता भंग हो सकती है।
जिला स्तरीय चुनाव निगरानी कमेटी ने अपनी जांच रिपोर्ट फिल्हाल राज्य चुनाव आयोग को भेज दी है। लेकिन रिपोर्ट में क्या सामने आया है इस पर अभी कोई जानकारी नहीं मिली है। लेकिन अगर रिपोर्ट सनी के खिलाफ पाई जाती है तो उनकी लोकसभा सदस्यता भंग हो सकती है।
इतनी सीमा आयोग ने की थी निर्धारित
लोकसभा चुनाव के दौरान हर उम्मीदवार के लिए चुनाव आयोग ने कितनी धन राशि खर्च करना है ये तय कर दिया था। इसके मुताबिक हर प्रत्याशी को 70 लाख रुपए खर्च करना थे। लेकिन सनी देओल ने अपने क्षेत्र में प्रचार के दौरान करीब 8 लाख 51 हजार रुपए ज्यादा खर्च किए।
वहीं प्राथमिक रिपोर्ट में ये बात सामने आई कि सनी देओल ने निर्धारित सीमा से 18 लाख रुपए ज्यादा धन खर्च किया है। अधिक खर्च को लेकर जिला चुनाव अधिकारी ने सनी देओल को नोटिस भेजा और अपना पक्ष रखने को कहा।
जवाब में सनी देओल के वकील ने बताए गए खर्चों में से कई खर्चों पर सवाल खड़े किए। लिहाजा जिला स्तरीय जांच कमेटी ने बारीकी से दोबारा चुनाव खर्च का मिलना शुरू किया। तेज ने फिर दिखाया अपना ‘प्रताप’, ‘कृष्ण’ और ‘अर्जुन’ के बीच आने वालों पर चलेगा सुदर्शन चक्र
उधर…मिलान के बाद जो रिपोर्ट सामने आई उसमें कमेटी ने खर्च में शामिल 9 लाख 76 हजार रुपए खारिज कर दिए। आपको बता दें कि यह राशि खारिज करने से पहले दो ऑब्जर्वर के अलावा जिला चुनाव अधिकारी ने सनी देओल के साथ बैठक भी की थी।
इस रिपोर्ट के बाद सनी देओल के वकील ने दलील दी है कि बाकी 8 लाख 51 हजार का रुपए का ब्योरा जांच कमेटी नहीं दे पाई है, ऐसे में उक्त रिपोर्ट को चुनाव आयोग के सामने चुनौती दी जाएगी। साढ़े आठ लाख रुपए ज्यादा खर्च की बात सामने आते ही विरोधियों ने अपने स्वर तेज कर दिए। चुनाव में दूसरे नंबर पर रहे कांग्रेस प्रत्याशी सुनील जाखड़ ने सनी की लोकसभा सदस्यता भंग करने की मांग कर डाली।
फिलहाल पंजाब के मुख्य चुनाव अधिकारी इस रिपोर्ट की जांच में जुटे हैं और अंतिम निर्णय इस जांच के बाद ही सामने आएगा। लेकिन तब तक विरोधियों के स्वर से लगता है कि सनी देओल की मुश्किल बढ़ सकती है।