मॉब लिंचिंग के पीछे विदेशी ताकतें: देब एक निजी चैनल से बातचीत के दौरान बिप्लब देब ने कहा कि देश में भीड़ द्वारा हिंसा (मॉब लिंचिंग) की घटनाओं को विदेशी षड्यंत्रकारियों द्वारा सुनियोजित ढ़ंग से अंजाम दिलाया जा रहा है। ऐसी घटनाओं पर राज्य सरकार का बचाव करते हुए देब ने कहा कि राज्य सरकार के खिलाफ काम करने वाली शक्तियां सरकार को बदनाम करने के लिए ऐसी वादरदात को अंजाम देती हैं।
मॉब लिंचिंग पर जगी केंद्र सरकार भीड़ के द्वारा किसी को भी शक के आधार पर आरोपी मानकर बेरहमी से पीट-पीट कर मार डालने वाली घटनाओं पर केंद्र सरकार देर से ही सही लेकिन जाग गई है। गुरुवार को सरकार ने राज्य सरकारों के साथ-साथ केंद्र शासित प्रदेशों को एक एडवाइजरी जारी की । इस एडवाइजरी में केंद्रसरकार ने मॉब लिंचिंग की घटनाओं को रोकने का निर्देश दिया है। सरकार ने कहा है कि राज्य सरकारें इन घटनाओं को रोकने के लिए प्रभावी कदम उठाएं। राज्य और केंद्र प्रशासित राज्यों से कहा गया है कि वो जिला प्रशासन से संवेदनशील इलाकों की पहचान करें और इस संबंध में जागरूकता पैदा करने के लिए सामुदायिक कार्यक्रमों का आयोजन करें। गृह मंत्रालय की तरफ से जारी एडवाइजरी में भीड़ द्वारा पीट-पीटकर मार दिए जाने की घटनाओं को रोकने की दिशा में कदम उठाने को कहा है।
25 दिन…मॉब लिंचिंग की 14 वारदात पिछले दिनों महाराष्ट्र के धुले में बच्चा चोरी के शक में भीड़ ने पांच व्यक्तियों की पीट-पीटकर हत्या कर दी थी। सिर्फ यही घटना नहीं, बल्कि सोशल मीडिया के जरिए अफवाहों के बाद मॉब लिंचिंग की कई ऐसी घटनाएं सामने आई हैं, जिनको लेकर सरकार पर लगातार सवाल खड़े किए गए हैं। पिछले 25 दिनों में देश के अंदर मॉब लिंचिंग की 14 घटनाएं हुई हैं। जो हैरान करने वाली हैं। अधिकतर घटनाओं में जहां पीड़ित स्थानीय निवासी न होकर पड़ोस के गांव, शहर व राज्यों से संबंधित पाए गए। वहीं झूठी अफवाहों पर भरोसा कर आरोपी अंधेरे का फायदा उठाकर घटना को अंजाम देते हुए पाए गए।