लंबे समय से जारी महागठबंधन की कवायद के बावजूद महागठबंधन दलों के बीच चार सीटों पर आम सहमति नहीं बन पाई। इन सीटों पर कांग्रेस, टीडीपी, टीजेएस और वाम पार्टियां ने अपने-अपने दावे पेश किए हैं। इसलिए यह तय किया गया है कि इन सीटों पर महागठबंधन में शामिल सभी दल अपने प्रत्याशी चुनावी मैदान में उतार सकते हैं। इस निर्णय से गठबंधन बरकरार रहेगा।
हालांकि तेलंगाना में केसीआर की स्थिति काफी मजबूत है। पार्टी की मजबूती को लेकर आश्वस्त होने के बाद ही उन्होंने राज्यपाल से विधानसभा भंग कर चार राज्यों के साथ विधानसभा चुनाव कराने का सुझाव दिया था। लेकिन विरोधी दलों के महागठबंधन ने उनका रास्ता अब पहले की तरह निष्कंटक नहीं है। ऐसा इसलिए कि अब वहां पर गठबंधन और टीआरएस के बीच चुनावी टक्कर तय है। वहां पर भाजपा भी मैदान में लेकिन संगठन कमजोर होने की वजह से भाजपा को तेलंगाना में प्रभावी नहीं माना जा रहा है।
कांग्रेस की ओर से जारी सूची के मुताबिक प्रदेश कांग्रेस प्रमुख एन उत्तम कुमार रेड्डी हुजुरनगर विधानसभा सीट से चुनाव लड़ेंगे। कांग्रेस ने केसीआर को टक्कर देने के अपने अध्यक्ष को मैदान में आगे किया है। हालांकि इसकी औपचारिक घोषणा नहीं हुई है लेकिन महागठबंधन की ओर से उनको मजबूत करने के संकेत मिले हैं। तय है कि विपक्ष की ओर से उत्तम रेड्डी अघोषित चेहरा बन गए हैं। बता दें कि तेलंगाना में सात दिसंबर को विधानसभा चुनाव होगा।
आपको बता दें कि तेलंगाना में विधानसभा की 119 सीटें हैं। इनमें से कांग्रेस 94 विधानसभा सीटों पर चुनाव लड़ेगी। टीडीपी 14 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारेगी। टीजेएस अपने पार्टी चिन्ह माचिस पर चुनाव लड़ेगी। सीपीआई तीन सीटों पर पार्टी की ओर से प्रत्याशी उतारने पर सहमति जताई है। हालांकि अभी यह स्पष्ट नहीं हुआ है कि प्रो कोडानदरम चुनाव लड़ेंगे या नहीं और अगर लड़ते हैं तो किस सीट से लड़ेंगे।