दलोट जैन समुदाय की ओर से शनिवार को जैन संप्रदाय द्वारा सिद्धितप व तपस्वियों का वरघोड़ा निकाला गया।वरघोड़ा कस्बे के जैन मंदिर से शुरू हुआ। जिसमें बैंड-बाजे, ढोल आदि के साथ 11 बग्गी, चार घोड़े व जैन समुदाय के लोग मौजूद रहे।
वरघोड़ा कस्बे के मुख्य मार्गो से होते हुए जैन उपाश्रय पहुंचा। जहां सभी तपस्वियों का बहुमान किया गया। पारणे का उज्जैन निवासी नेमीचंद महावीर भेरूलाल छाजेड़ ने लाभ लिया। अभिनंदन पत्र बाबूलाल भादरिया प्रतापगढ़ की ओर से भेंट करवाई। पाटीदार धर्मशाला में स्वामी वात्सलय हुआ। मासक्षमण करने में कविता बरमेचा 32 दिन, बरखा मेहता 30 दिन, 42 दिन के सिद्धि तप करने में उमराव सिंह चौधरी, पुखराजमल डूंगरवाल, जितेंद्र नलवाया, दिनेश डूंगरवाल, संजय राठौड़, अर्पित मेहता, शंकरलाल राठौड़, संगीता डूंगरवाल, कुसुम पिपाडा, मनोरमा दलाल, मधु बोहरा, अलमा कुदार, स्वीटी ओस्तवाल, संगीता डूंगरवाल, रजनी मुणोत, रेखा मेहता, सलोनी मोगरा, कविता राठौड़, प्रेमलता मारू, पूर्वी मेहता आदि ने किया। जिसमें शंकरलाल राठौड़ ने जैन ना होते हुए भी आचार्य जितेंद्र सुरेश्वर के आशीर्वाद से सिद्धि तप किया।